कलश स्थापना की विधि
प्रथम दिन माता की चौकी स्थापित की जाती है. मां का आसन लाल रंग का होना चाहिए. क्योंकि मां दुर्गा को लाल रंग अधिक पसंद हैं. लाल रंग प्रगति और शक्ति का सूचक माना गया है. घटस्थापना के लिए स्वच्छ मिट्टी का ही प्रयोग करना चाहिए. इसमे जौ, मिट्टी, जल से भरा हुआ कलश, मौली, इलायची, लौंग, कपूर, रोली, साबुत सुपारी, साबुत चावल, सिक्के, अशोक या आम के पांच पत्ते, नारियल, चुनरी, सिंदूर, फल-फूल, फूलों की माला और श्रृंगार का सामान रखते हैं.
कलश पर स्वास्तिक जरूर बनाएं
नवरात्रि में स्थापित किए जाने वाले कलश पर स्वास्तिक को निशान जरूर बनाना चाहिए. क्योंकि स्वास्तिक के निशान को गणेश जी का प्रतीक माना गया है. वहीं कोई भी शुभ करने से पूर्व इस निशान को बनाना अति शुभ माना जाता है. वहीं स्वस्तिष्क चिह्न जीवन की बाल्यवस्था, युवावस्था, प्रौढ़ावस्था और वृद्धावस्था को दर्शाता है.
स्वच्छता का ध्यान रखें
नवरात्रि के पर्व के मौके पर स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें. मां दुर्गा को स्वच्छता अधिक पसंद हैं. वहीं नवरात्रि की पूजा और व्रत में नियमों का विशेष महत्व है. इसलिए घर का वातावरण साफ सुथरा रखना बहुत ही जरूरी है.
पुखरायां। भोगनीपुर तहसील क्षेत्र के देवीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर…
उरई, जालौन। जनपद जालौन में ईद-उल-अजहा (बकरीद) का पर्व इस बार भी पूरी शांति और…
सुशील त्रिवेदी, कानपुर देहात। आज यात्री एवं मालकर अधिकारी कानपुर देहात श्रीमती स्मिता वर्मा ने…
राजेश कटियार ,कानपुर देहात: देश में उच्च शिक्षा को अधिक लचीला और छात्र-केंद्रित बनाने की…
धाता, फतेहपुर: थाना क्षेत्र के कबरहा गांव के पास एक तेज रफ्तार पिकअप की चपेट…
उरई, जालौन: जनपद में वाहन चोरी और धोखाधड़ी के मामलों पर नकेल कसते हुए, पुलिस…
This website uses cookies.