कानपुर

नहीं मिला मलिन बस्तियों में जलापूर्ति के लिए पैसा, इस बार भी रहेगा पेयजल संकट

शहर की मलिन बस्तियों में रहने वाले हजारों लोगों को इस बार गर्मी में पेयजल की समस्या से जूझना पड़ेगा। कारण यह है कि इस बार 15 वें वित्त में मलिन बस्तियों में पेयजल संकट के समाधान के लिये पैसे की व्यवस्था नहीं की गई है।

कानपुर, अमन यात्रा। शहर की मलिन बस्तियों को हर बार की तरह इस बार भी पेयजल संकट का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि अभी तक बस्तियों में पेयजल के लिए धन की व्यवस्था नहीं हो पाई है।

ट्रांसपोर्टनगर की ढकनापुरवा कच्ची बस्ती में जेएनयूआरएम योजना के तहत दस वर्ष पहले पंपिग स्टेशन बनाया गया था, लेकिन यह आज तक चालू नहीं हो पाया है। पांच माह पहले पंपिंग स्टेशन चालू किया गया तो लाइन कई जगह से फट गई और सड़क धंस गई थी। पानी दुकानों में भरने लगा। जलनिगम ने इसे ठीक भी करा दिया, लेकिन जैसे ही फिर लाइन चालू हुई तो पंपिंग स्टेशन में लीकेज हो गया। इसके बाद से प्लांट बंद पड़ा है। जिससे इस मलिन बस्ती में रहने वाले हजारों लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

जलनिगम के परियोजना निदेशक शमीम अख्तर ने बताया कि पंपिंग स्टेशन चालू करने के लिए 2.10 करोड़ रुपये की जरूरत है। 15 वें वित्त की बैठक में इसे स्वीकृति मिलने की उम्मीद थी, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला।

सुबह चार बजे से लगाते हैं लाइन

पूर्व मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल व पूर्व विधायक अजय कपूर ने कच्ची बस्तियों के लोगों के लिए सात वर्ष पहले पानी की टंकी रखवाई गई थी। इसे आज भी लोग इस्तेमाल करते हैं। आबादी के हिसाब से एक ही सबमॢसबल लगा होने से लोग सुबह चार बजे उठकर लाइन लगाते हैं।

इन मलिन बस्तियों पंपिंग स्टेशन होने हैं चालू

भैरोघाट मोहनलालगंज पार्क 34.42 लाख

झकरकटी : 50.96 लाख

दादानगर नौरेयाखेड़ा: 54.28 लाख

ट्रांसपोर्टनगर रत्तुपुरवा: 34.61 लाख

बाबूपुरवा: 36.61 लाख

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Author: aman yatra


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