निपुण असेसमेंट परीक्षा के लिए अभिभावकों को करें जागरूक- बीएसए
बेसिक शिक्षा परिषद से संचालित परिषदीय स्कूलों के बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता मजबूत करने के लिए नित नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं। बेहतर शिक्षा के लिए निपुण भारत अभियान चलाया जा रहा है।

- परीक्षा में बच्चों की होनी चाहिए शत प्रतिशत उपस्थिति
लखनऊ/ कानपुर देहात। बेसिक शिक्षा परिषद से संचालित परिषदीय स्कूलों के बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता मजबूत करने के लिए नित नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं। बेहतर शिक्षा के लिए निपुण भारत अभियान चलाया जा रहा है। बच्चों ने क्या सीखा अब इसका आकलन भी किया जा रहा है। परिषदीय स्कूलों में अध्ययनरत छात्रों के शैक्षिक स्तर का आकलन करने के लिए जनपद में 5 दिसंबर 2022 को निपुण असेसमेंट परीक्षा कराई जाएगी। स्कूलों में परीक्षा की निगरानी के लिए पर्वेक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। सरल ऐप के माध्यम से इस परीक्षा का मूल्यांकन किया जाएगा। सुबह परीक्षा होगी और शाम तक मूल्यांकन की रिपोर्ट अपलोड कर दी जाएगी। शिक्षा विभाग की ओर से परीक्षा की तैयारियां जोरों से चल रही हैं।
बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने बताया की परीक्षा से संबंधित सभी महत्वपूर्ण दिशानिर्देश खंड शिक्षा अधिकारियों को दे दिए गए हैं।
महत्वपूर्ण दिशानिर्देश-
5 दिसंबर 2022 तक शिक्षकों को किसी भी प्रकार का कोई भी अवकाश नहीं मिलेगा।
प्रधानाध्यापकों को विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों के साथ बैठक कर अभिभावकों को इस हेतु जागरूक करना होगा कि परीक्षा के दिन सभी बच्चे अनिवार्य रूप से विद्यालय में शत-प्रतिशत उपस्थित रहें।
खंड शिक्षाधिकारी के नेतृत्व में ब्लॉक के समस्त एआरपी के साथ समस्त संकुल शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों एवं सहायक अध्यापकों का ऑनलाइन प्रशिक्षण आयोजित किया जाए जिसमें जनपद स्तर से जिला समन्वयक प्रशिक्षण एवं एसआरजी को भी आमंत्रित किया जाए जिससे वे परीक्षा के प्रत्येक पहलू को गहनतापूर्वक समझा सकें।
आकस्मिक ड्यूटी लगाने हेतु कुछ पर्यवेक्षकों की प्रतीक्षा सूची भी तैयार की जाए। ये लोग परीक्षा के दिन बीआरसी पर उपस्थित रहेंगे।
आवंटित विद्यालय में शुचितापूर्ण एवं समय अंतर्गत परीक्षा संपन्न कराने का पूर्ण उत्तरदायित्व पर्यवेक्षक का होगा, पर्यवेक्षक ही केंद्र व्यवस्थापक की भूमिका निभाएंगे।
विकासखंड स्तर पर खंड शिक्षाधिकारी द्वारा कंट्रोल रूम की स्थापना की जाएगी जिसके द्वारा निपुण एसेसमेंट परीक्षा से संबंधित समस्याओं का निवारण किया जाएगा।
पर्यवेक्षकों के लिए आवश्यक दिशा निर्देश-
1. पर्यवेक्षकों को विद्यालय में परीक्षा प्रारंभ होने से 1 घंटा पूर्व पहुंचना है।
2. कक्षा एक से तीन की परीक्षा जिसका ओएमआर शिक्षकों द्वारा भरा जाएगा। परीक्षा आरंभ होने के समय से 15 मिनट पूर्व प्रश्नपत्र एवं ओएमआर शीट के बंडल खोलने हैं तथा उन पर पर्यवेक्षकों द्वारा अंकित किया जाना है कि यह प्रश्नपत्र का बंडल अथवा पैकेट उनके सामने खोला गया है तथा लिफाफे पर हस्ताक्षर भी करने हैं।
3. परीक्षा के दौरान पर्यवेक्षक निरंतर गोपनियता एवं सुचिता का ध्यान रखते हुए परीक्षा संपन्न कराने में सहयोग करते रहेंगे जैसे बैठक व्यवस्था आदि।
4. इसी प्रकार द्वितीय परीक्षा में भी 15 मिनट पूर्व कक्षा 4 से 8 के प्रश्न पत्रों के बंडल खोलेंगे तथा उस पर वही प्रक्रिया अपनाते हुए हस्ताक्षर किए जाएंगे।
5. क्योंकि विद्यालय में कार्यरत शिक्षक ही स्कैनिंग तथा अपलोडिंग का कार्य कर सकते हैं। अतः पर्यवेक्षक निरंतर आपस में कोआर्डिनेशन कराने का कार्य एवं टीम भावना के साथ कार्य करने में सहयोग करेंगे।
6. स्कैनिंग एवं अपलोडिंग अर्थात सेविंग का कार्य पूर्ण होने पर ही पर्यवेक्षक विद्यालय छोड़ सकेंगे।
7. किसी भी प्रकार की टेक्निकल अथवा अन्य कोई दिक्कत आने पर पर्यवेक्षक ब्लॉक स्तरीय कंट्रोल रूम के अधिकारी गणों को फोन कर विद्यालय की समस्या को हल कराएंगे।
8. परीक्षा के सफल आयोजन संबंधी आख्या पर्यवेक्षक अपने खंड शिक्षाधिकारी को प्रेषित करेंगे और खंड शिक्षाधिकारी अपने विकासखंड में सफल परीक्षा आयोजन संबंधी आख्या को बेसिक शिक्षाधिकारी को प्रेषित करेंगे।
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