निशुल्क आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर का आयोजन

आयुष्मान आरोग्य मंदिर गदाई खेड़ा द्वारा निशुल्क आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर का आयोजन ग्राम पिलखिनी में किया गया।

 

पुखरायां : आयुष्मान आरोग्य मंदिर गदाई खेड़ा द्वारा निशुल्क आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर का आयोजन ग्राम पिलखिनी में किया गया। शिविर में कुल मरीज- 91, जिसमे बीपी की जांच- 57, वजन की जांच- 77 लोगों की गई। क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवम यूनानी अधिकारी डा मनोज वर्मा के दिशा निर्देशन में निशुल्क आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर का आयोजन पिलखिनी गांव में किया गया।

चिकित्सा अधिकारी डा पवन सिंह एमडी आयुर्वेद और योगप्रशिक्षक जयप्रकाश जी ने आए हुऐ मरीजों को योग की जानकारी दी आयुष्मान आरोग्य मंदिर गदाई खेड़ा  से विमलेश कुमार कर्मचारी उपस्थित रहे। चिकित्सा अधिकारी डा पवन सिंह एमडी आयुर्वेद ने ग्रामीणों को बताया कि  कमर दर्द के कई कारण हो सकते हैं। कुछ सामान्य कारणों में शामिल हैं-

  1. मांसपेशियों का खिंचाव: अधिक वजन उठाना, अचानक से मोड़ना या अधिक समय तक बैठने से मांसपेशियों में खिंचाव हो सकता है।
  2. रीढ़ की समस्याएं: रीढ़ की हड्डियों में संक्रमण, हर्नियेटेड डिस्क, या आर्थराइटिस से कमर दर्द हो सकता है।
  3. गलत मुद्रा: लंबे समय तक गलत मुद्रा में बैठना या खड़ा रहना भी कमर दर्द का कारण हो सकता है।
  4. आघात : किसी दुर्घटना या चोट से कमर दर्द हो सकता है।
  5. गर्भावस्था : गर्भवती महिलाओं में वजन बढ़ने और हॉर्मोनल परिवर्तन के कारण कमर दर्द हो सकता है।
  6. मोटापा : अधिक वजन होने से रीढ़ पर अधिक दबाव पड़ता है, जिससे कमर दर्द हो सकता है।
  7. दैनिक गतिविधियाँ : अनुचित ढंग से झुकना, उठाना या घूमना भी कमर दर्द का कारण बन सकता है।

घरेलू उपचार-

  1. आराम : कुछ दिनों के लिए आराम करना और अधिक शारीरिक कार्यों से बचना।
  2. ठंडा या गर्म पैक : प्रभावित क्षेत्र पर ठंडा या गर्म पैक लगाने से सूजन और दर्द में आराम मिल सकता है।
  3. दर्दनाशक दवाएं : सहजन हरशिंगार गुगुल लटजीरा आदि आयुर्वेदिक दवाएं दर्द को कम कर सकती हैं। फिजियोथेरेपी : व्यायाम और स्ट्रेचिंग करने से मांसपेशियों को मजबूती मिलती है और दर्द में राहत मिलती है।
  4. सही मुद्रा : सही ढंग से बैठना, खड़ा होना और उठाना।
  5. वजन कम करना : यदि अधिक वजन है, तो इसे कम करना भी सहायक हो सकता है।
  6. चिकित्सकीय सलाह : यदि दर्द गंभीर है या लंबे समय तक रहता है, तो नजदीकी आयुर्वेदिक डॉक्टर से परामर्श लेना उचित होगा।

कमर दर्द के सही कारण का पता लगाने के लिए और उचित उपचार के लिए डॉक्टर से परामर्श करना सबसे अच्छा होता है। आयुष्मान आरोग्य मंदिर गदाई खेड़ा पुखरायाँ कानपुर देहात द्वारा समय समय पर आयोजित होते रहेगें। सभासद श्रीकिशन विशेष सहयोग रहा। शिविर में लक्ष्मी शंकर यादव, संकेत  प्रजापति,  रामऔतार यादव,  महेंद्र सिंह पूर्व आर्मी मेडिकल कोर, राजकुमार पाल, मुलायम पाल,

गोरे सचान,प्रताप कश्यप,उमाशंकर गिहार रामविलास निषाद राजू सविता,सुरेश चंद्र,रामचंद्र गिहार, मुन्नू गिहार, अमित पाल आदि ने आयुर्वेदिक चिकत्सा शिविर का लाभ लिया सभी लोगों को आयुर्वेदिक औषधियों को दिया गया।

Author: aman yatra

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