नीट को क्लीन करने के लिए परीक्षा रद्द करना ही सही रास्ता, शिक्षा मंत्री के बयान पर भड़के अभ्यर्थी

नीट परीक्षा में गड़बड़ी के कई किस्से सामने आ चुके हैं। पेपर लीक की कहानियाँ भी छन छनकर बाहर आ रही हैं लेकिन सरकार मानने को तैयार नहीं है। शिक्षामंत्री का ताजा बयान है कि बिहार से गड़बड़ी की शिकायत मिली है लेकिन फिलहाल नीट रद्द नहीं होगी। करीब 25 लाख बच्चों के भविष्य का सवाल है।

कानपुर देहात। नीट परीक्षा में गड़बड़ी के कई किस्से सामने आ चुके हैं। पेपर लीक की कहानियाँ भी छन छनकर बाहर आ रही हैं लेकिन सरकार मानने को तैयार नहीं है। शिक्षामंत्री का ताजा बयान है कि बिहार से गड़बड़ी की शिकायत मिली है लेकिन फिलहाल नीट रद्द नहीं होगी। करीब 25 लाख बच्चों के भविष्य का सवाल है। एक तरफ मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है और दूसरी तरफ बिहार से परीक्षा देने वाले तीन छात्रों ने कबूल किया है कि उन्हें कोटा से बिहार बुलाकर प्रश्न दिए गए थे। उनके उत्तर भी रटवाए गए थे और हूबहू वही प्रश्न परीक्षा में आए थे।

यह सब कबूलनामा पुलिस के सामने का है लेकिन सरकार मानने को तैयार नहीं है इससे ऐसा प्रतीत होता है की नीट पेपर आउट करवाने में बड़े-बड़े नेताओं का हाथ है क्योंकि बढ़ते विवाद और परीक्षा से एक दिन पहले पेपर लीक होने की चल रही जांच के बावजूद केंद्र सरकार ने नीट मेडिकल प्रवेश परीक्षा रद्द नहीं करने का फैसला किया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया है कि लीक ने केवल सीमित संख्या में छात्रों को प्रभावित किया जो 2004 और 2015 की पिछली घटनाओं के बिल्कुल विपरीत है। जहां व्यापक लीक के कारण परीक्षा रद्द कर दी गई थी।

उन्होंने कहा कि परीक्षा रद्द करने से उन लाखों छात्रों पर असर पड़ेगा जिन्होंने सही तरीके से परीक्षा पास की है। उन्होंने यह भी कहा कि मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट कर रहा है और कोर्ट द्वारा लिया गया कोई भी फैसला अंतिम होगा। शिक्षा मंत्री के बयान के बाद अभ्यर्थियों का कहना है कि नीट परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है अधिकांश प्रदेशों में पेपर आउट हुआ है हालांकि उनके सबूत नहीं हैं उनका यह भी कहना है की पूरी परीक्षा पुणे करवाई जानी चाहिए जो होनहार बच्चे होंगे वह जितने नंबर उस बार लाए थे उससे अधिक इस बार ला सकते हैं। शिक्षा मंत्री जी के बयान से तो ऐसा महसूस होता है जैसे पेपर आउट करवाने में इनकी ही महत्वपूर्ण भूमिका रही हो।

Author: aman yatra

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