नूपुर शर्मा मामले में सर्वोच्च न्यायालय का दोहरा मापदंड है : विद्यासागर त्रिपाठी
भाजपा के वरिष्ठ नेता विद्यासागर त्रिपाठी ने कहा है कि हिन्दू देवी देवताओं का अपमान करने वाले लोग सुप्रीम कोर्ट से दोषमुक्त हैं और नूपुर शर्मा को दण्ड पर दण्ड दिया जा रहा है.

कानपुर देहात, सुशील त्रिवेदी : भाजपा के वरिष्ठ नेता विद्यासागर त्रिपाठी ने कहा है कि हिन्दू देवी देवताओं का अपमान करने वाले लोग सुप्रीम कोर्ट से दोषमुक्त हैं और नूपुर शर्मा को दण्ड पर दण्ड दिया जा रहा है उन्होंने कहा कि
नूपर सर्मा सर्वोच्च न्यायालय गयी थी अपनी जॉन की सुरक्षा हेतु देश भर में अलग अलग दर्ज एफआईआर को एक साथ करके दिल्ली न्यायालय में सुनवाई करनें की मांग लेकर, लेकिन उनकी जान की सुरक्षा के लिए सभी एफआईआर दिल्ली ट्रांसफर करने की राहत तो उन्हें मिली नहीं, बल्कि सुप्रीमकोर्ट ने नूपुर सर्मा से अपनी टीवी बहस की टिप्पणी पर पूरे देश से टीवी पर मॉफी मांगने का निर्देश दिया हैै, सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का स्वागत करता हूँ, लेकिन देश का संविधान सभी पर समान रूप से लागू होता हैै,किसी धर्म जाति सम्प्रदाय विशेष को कोई विशेषाधिकार नहीं देता, मर्यादापुरूषोत्म भगवान श्रीराम पर, जगत जननी माँ दुर्गा पर,भगवान श्रीकृष्ण पर,भगवान शिव पर तथा भारत माता पर अभद्र टिप्पणी करने वालों, अलगावबाद की तालिबानी जिहाद जैसी भाषा का प्रयोग करने वालों पर भी समान कार्यवाही उच्चतम न्यायालय द्वारा होनी ही चाहिये।
सुप्रीमकोर्ट ने नूपुर सर्मा की टिप्पणी पर जिस तरह का निर्देश दिया है, इससे सम्पूर्ण भारत अब सुप्रीमकोर्ट से यह अपेक्षा करता हैै कि मा सर्वोच्च न्यायालय विगत समय में हिन्दू देवी देवताओं पर की गयी सभी अभद्र टीका टिप्पणियों तथा हिन्दू धर्मविरोधी व राष्ट्रविरोधी बयान जिन जिन लोगों ने दिये हैं उन सभी तमाम नेताओं धर्माचार्यों जेहादी सम्भाषण कर्ताओं पर भी स्वतः संज्ञान लेकर मॉफी मांगने का निर्देश पारित करके भारतीय संविधान सम्मत कार्यवाही सुनिश्चित करने का आदेश निर्गत करेगा।
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