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केक काटकर रोचक तरीके से मनाया गया विश्व पाई दिवस

हर साल दुनिया भर में 14 मार्च को पाई डे (π) मनाया जाता है। पाई दिवस 14 मार्च को इसके अनुमानित मान 3.14 के आधार पर मनाया जाता है जिसे माह/दिन (3/14) के प्रारूप में लिखा जाता है। रसूलाबाद विकासखंड में गुरुवार को एफएलएन प्रशिक्षण के तहत आरपीएस इंटर कॉलेज में खंड शिक्षा अधिकारी अजब सिंह द्वारा केक काटकर पाई दिवस मनाया गया

कानपुर देहात। हर साल दुनिया भर में 14 मार्च को पाई डे (π) मनाया जाता है। पाई दिवस 14 मार्च को इसके अनुमानित मान 3.14 के आधार पर मनाया जाता है जिसे माह/दिन (3/14) के प्रारूप में लिखा जाता है। रसूलाबाद विकासखंड में गुरुवार को एफएलएन प्रशिक्षण के तहत आरपीएस इंटर कॉलेज में खंड शिक्षा अधिकारी अजब सिंह द्वारा केक काटकर पाई दिवस मनाया गया। इसके साथ ही उच्च प्राथमिक विद्यालय अटिया, रायपुर, प्राथमिक विद्यालय सिठऊ पूर्व, प्राथमिक विद्यालय केशीपुर में इंचार्ज प्रधानाध्यापक शैलेश पाल सिंह एवं सहायक अध्यापक मनोज कुशवाहा ने बच्चों से रंगोली बनवाई एवं श्यामपट पर पाई की अवधारणा को दर्शाते हुए गतिविधि कराई गई।

प्राथमिक विद्यालय दांती में इंचार्ज प्रधानाध्यापक शिवनाथ एवं शिक्षक रवि कमल द्वारा बच्चों से पाई की आकृति की गतिविधि कराई गई तथा पाई की अवधारणा को समझाया गया। प्राथमिक विद्यालय मिर्जापुर लखोटिया आदि विद्यालयों में अध्यापकों ने पाई दिवस के बारे में बताया तथा गणित संबंधी खेलों का आयोजन किया। पाई दिवस के बारे में प्रकाश डालते हुए एआरपी आशीष द्विवेदी ने बताया कि आज ही के दिन सन 1988 ई० में प्रथम बार गणित प्रेमियों के लिए पाई दिवस मनाया गया था।

पाई का मान 3.14159 होता है। इसके साथ ही खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा गणित विषय में बच्चों को रोचक ढंग से पढ़ाने के लिए शिक्षक व शिक्षिकाओं को विद्यालय में बच्चों के साथ ऐसे आयोजन करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। इसके साथ ही एआरपी पवन सिंह और गौरव सिंह द्वारा आज के दिन के बारे में बताया गया कि सन 1879 ई० में प्रसिद्ध वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टाइन का जन्म तथा सन 2018 ई० में विश्व प्रसिद्ध भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग का निधन हुआ था। इस मौके पर एआरपी पवन सिंह, नागेंद्र कुमार, पूजा यादव, सुधीर कुमार, वैशाली, कल्पना दिवेदी, अनामिका चौहान, राम कुमार, कौशलेंद्र, संगीत, पवन यादव आदि अन्य शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।

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anas quraishi
Author: anas quraishi

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