शादी तय होने पर आया था विचार

कानपुर शहर के मंधना कस्बे में रहने वाले हिमांशु और आवास विकास कल्याणपुर में रहने वाली मानसी एक भजन मंडली में काम करते हैं। दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और बात शादी तक पहुंच गई। दोनों के घर वाले भी शादी के तैयार हो गए। हिमांशु और मानसी ने घरवालों से इच्छा जताई कि वे शिव और पार्वती के रूप में ही विवाह करेंगे। हालांकि पहले तो घर वाले तैयार नहीं हुए लेकिन उनकी बातें सुनकर वे भी मानने को मजबूर हो गए। घरवालों की मानें तो हिमांशु और मानसी ने शिव-पार्वती के रूप में शादी करने की इच्छा इसलिए जताई कि दोनों ही भजन मंडली में शिव-पार्वती का रूप रखकर अभिनय निभाते हैं। दोनों शिवजी के अनन्य भक्त भी हैं। उनकी इच्छा को देखते हुए सभी मान गए।

शिवली में एक कार्यक्रम के बीच हुआ विवाह

कानपुर देहात शिवली में होली पर परंपरागत शिव बरात का आयोजन होता है। इस में हिमांशु और मानसी को भी बतौर कलाकार आमंत्रण था। इसपर दोनों ने शिवली में शिव बरात के दौरान ही शादी करने का मन बना लिया। मंगलवार को शिव बरात कार्यक्रम में हिमांशु ने शिव और मानसी ने पार्वती का रूप रखा। रथ पर सवार होकर कपालेश्वर मंदिर से गाजे-बाजे के साथ शिव बरात निकली। बरात में गण, भूत प्रेत बनकर बराती भी शामिल हुए और बरात जागेश्वर मंदिर पहुंची।

यहां पर बड़े से कमल के बीच में हिमांशु और मानसी को बिठाया गया, जहां शिव-पार्वती के रूप में दोनों ने एक दूसरे को जयमाला पहनाई। इसके बाद वेदमंत्र पढ़कर उनका विवाह संपन्न कराया गया। इस अनोखी शादी में शामिल लोगों ने नवविवाहित जोड़े पर खूब फूल बरसाए और बम भोले का जयकारे लगाए। हिमांशु और मानसी ने कहा कि वे बेहद खुश हैं और लोगों का धन्यवाद दिया। आयोजक अवधेश शुक्ला ने बताया कि दोनों की इच्छा पर शादी की तैयारी की गई।