लखनऊ, अमंह यात्रा । ट्रेन की पटरियों किनारे मिलने वाली गंदगी को साफ कर इसके ऊपर अब रेलवे बिल्डिंग खड़ी करेगा। गंदगी से परेशान रेलवे अब अपने प्रोजेक्टों की उबड़ खाबड़ भूमि को समतल बनाने के लिए पटरियों किनारे फैली गंदगी का उपयोग करेगा। रेलवे प्रशासन ने इसकी शुरुआत बख्शी का तालाब रेलवे स्टेशन से की है। यहां बन रहे आटोमोबाइल टर्मिनल की भूमि को समतल बनाया जाएगा, इसके लिए रेलवे प्रशासन रकाबगंज सहित कई स्टेशनों के कूड़े का उपयोग करेगा।

दरअसल ऐशबाग से इटौंजा और डालीगंज से मल्हौर तक रेलवे लाइन के दोनों ओर कूड़े का ढेर लगा रहता है। जिसकी वजह से चलती ट्रेन में यात्रियों के लिए मुसीबत हो जाती है। दुर्गंध के बीच सफर कर रहे यात्रियों के बीच पटरियों किनारे मिली गंदगी शहर की तस्वीर को भी गंदी करती है। ऐसे में रेलवे ने मिशन कायाकल्प की शुरूआत पिछले साल ही की थी। जिसमें रकाबगंज से डालीगंज और मल्हौर से गोमतीनगर तक रेल लाइन के दोनों किनारों को साफ कर वहां पुष्प वाले पौधे लगाए गए थे। वहीं आस पास के लोगों ने इन पौधों को नुकसान पहुंचा दिया था गंदगी भी फिर से लगातार पटरियों पर फेंकी जाने लगी। डीआरएम डॉ. मोनिका अग्निहोत्री ने स्वच्छता पखवाड़ा के तहत पटरियों के किनारे से गंदगी साफ करायी थी। अब डीआरएम ने पटरी पर मिलने वाले कूड़ों को एकत्र कर उनका उपयोग करने का आदेश दिया है। रेलवे कर्मचारियों को लगाकर विभाग के ही ट्रकों से इन कूड़ों को एकत्र कर बीकेटी स्टेशन पर भेजा जाएगा। डीआरएम ने बताया कि रेलवे के कई बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं। वहां भूमि समतल करने के लिए मिट्टी मिलने में दिक्कत होती है। पटरी किनारे पड़े ठोस कूड़ों का इस्तेमाल वहां किया जाएगा। इससे पटरी से गंदगी भी साफ हो जाएगी और टर्मिनल की जमीन के गड्ढों को भी भर दिया जाएगा।