G-4NBN9P2G16
कानपुर देहात

पत्रकारिता को कलंकित कर रहे फर्जी पत्रकार, गिरोह बनाकर करते है वसूली का धंधा

प्रदेश में न्यूज वेब पोर्टल की आड़ में ब्लैकमेलिंग और अवैध वसूली की घटनाएं लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। अनाधिकृत और कुकुरमुत्ते की तरह उग आए वेब पोर्टलों पर सरकार द्वारा कारगर रोक नहीं लगाने से इसकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

राजेश कटियार, कानपुर देहात। प्रदेश में न्यूज वेब पोर्टल की आड़ में ब्लैकमेलिंग और अवैध वसूली की घटनाएं लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। अनाधिकृत और कुकुरमुत्ते की तरह उग आए वेब पोर्टलों पर सरकार द्वारा कारगर रोक नहीं लगाने से इसकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

स्वतंत्र पत्रकारिता के नाम पर वेब पोर्टल की आड़ में तथाकथित फर्जी पत्रकार अवैध उगाही और ब्लैकमेलिंग के जरिए मोटी कमाई का रास्ता ढूंढते रहते हैं। कुछ लोग इसे शार्टकट से कमाई करने का जरिया बनाने में लगे हैं। उल्लेखनीय है इन फर्जी ब्लैकमेलरों की वजह से पत्रकारिता अपने कलंकित दौर से गुजर रही है। अगर इस पर लगाम नहीं लगाई गई तो वह दिन दूर नही की लोकतंत्र का चौथा स्तंभ अपनी विश्वसनीयता को खो देगा इस पर अंकुश लगाया जाना बेहद जरूरी है।

तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने एक आदेश जारी किया था जिसमें प्रधानाध्यापकों को निर्देशित किया गया था कि यदि कोई पत्रकार स्कूल में घुसने की कोशिश करता है तो उससे जिला सूचना अधिकारी द्वारा निर्गत पहचान पत्र मांगें। अगर वो पहचान पत्र न दिखा पाए तो उसे फौरन स्कूल से बाहर कर दें।

अगर वह फिर भी जोर जबरदस्ती करें तो प्रधानाध्यापक उसके खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज करवाए और विभाग को सूचित करे। शिक्षकों का कहना है कि कोई भी शख्स कैमरा लेकर स्कूल में घुस आता है और निरीक्षण जांच करने लगता है जिससे पठन पाठन पर बुरा असर पड़ता है। कई फर्जी पत्रकार ऐसे भी हैं जो स्कूल समय के एक घंटा पहले ही फोटो खींच लेते हैं और खबर प्रसारित करते हैं कि यह स्कूल बंद पाया गया।

कुछ शिक्षकों द्वारा यह भी संज्ञानित कराया गया है कि कतिपय व्यक्ति एवं अपरिचित समूहों द्वारा स्वयं को मीडिया कर्मी बताते हुए विद्यालय जाकर शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं छात्र-छात्राओं की फोटो ली जाती है विभागीय अभिलेखों से छेड़छाड़ करते हुए सूचनाएं मांगी जाती हैं भोजन बनाने के दौरान किचेन में प्रवेश किया जाता है जिससे किसी भी प्रकार की अनहोनी की आशंका रहती है।

सम्बन्धित विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा सम्बन्धित व्यक्ति / पत्रकार से पहचानपत्र दिखाये जाने का अनुरोध किये जाने पर कथित पत्रकारों द्वारा अभद्रता की जाती है। विद्यालय में छात्रों की उपस्थित में अध्यापकों के साथ अभद्र व्यवहार करने पर अध्यापक एवं बच्चें कुंठाग्रस्त होते हैं जिसका असर शिक्षण कार्य एवं बच्चों की मनोदशा पर पड़ता है साथ ही विद्यालय का महौल भी खराब होता है।

कुछ फर्जी पत्रकार शिक्षकों को ब्लैकमेल कर धन उगाही करने का प्रयास भी करते हैं। ऐसे में सूचना विभाग द्वारा एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा सख्त गाइलाइन जारी करना जरूरी था ताकि स्कूल पहुंच कर निरीक्षण व जांच के नाम पर उगाही की घटनाओं पर लगाम लग सके।

Author: aman yatra

aman yatra

Recent Posts

उत्तर प्रदेश में विश्वकर्मा पूजा को बंद रहेंगे स्कूल कॉलेज

राजेश कटियार,कानपुर देहात। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद से जारी अवकाश तालिका के अनुसार 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा है।… Read More

1 hour ago

डीएम का आरटीओ कार्यालय का औचक निरीक्षण, सात कर्मचारी नदारद

कानपुर : सर्वोदय नगर स्थित आरटीओ कार्यालय में आज सुबह अचानक जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के पहुँचते ही हड़कंप मच… Read More

2 hours ago

संदिग्ध परिस्थितियों में कुएं में गिरी महिला को बचाने उतरा जेठ, दोनों की मौत

मंगलपुर (कानपुर देहात)। मंगलवार सुबह सिकंदरा तहसील क्षेत्र के चमरौआ गांव का मजरा बलवंतपुर में एक दिल दहला देने वाली… Read More

3 hours ago

कानपुर देहात में दर्दनाक हादसा,रोटावेटर की चपेट में आकर युवक की मौत

कानपुर देहात में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। गजनेर थाना क्षेत्र के लोदीपुर गांव में खेत में काम करते… Read More

4 hours ago

बिग ब्रेकिंग: सेवारत शिक्षकों को टीईटी की अनिवार्यता से मुक्त करने में जुटी योगी सरकार

सुप्रीम कोर्ट की ओर से शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) को शिक्षकों के लिए अनिवार्य किए जाने संबंधी निर्णय पर मुख्यमंत्री… Read More

4 hours ago

राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रदर्शन और ज्ञापन का दिखा असर

लखनऊ/ कानपुर देहात। सेवारत शिक्षकों के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनिवार्य की गई टीईटी को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने… Read More

5 hours ago

This website uses cookies.