परिषदीय विद्यालयों की पुस्तकों के नाम में परिवर्तन
परिषदीय विद्यालयों के बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुझान पैदा करने के लिए प्रदेश सरकार ने परिषदीय विद्यालयों के कक्षा दो से आठ तक की किताबों के नाम बदल दिए हैं। पूर्व में हर किताब का नाम एक सरीखे होने से भ्रम उत्पन्न होता था।
- नए नाम से बच्चे होंगे पुस्तकों के प्रति आकर्षित
कानपुर देहात- परिषदीय विद्यालयों के बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुझान पैदा करने के लिए प्रदेश सरकार ने परिषदीय विद्यालयों के कक्षा दो से आठ तक की किताबों के नाम बदल दिए हैं। पूर्व में हर किताब का नाम एक सरीखे होने से भ्रम उत्पन्न होता था। नई व्यवस्था के तहत उनके नाम ऐसे रखे गए हैं जो बच्चों और शिक्षकों को आसानी से याद हो सकेंगे। पाठ्यक्रम में कोई भी परिवर्तन नहीं किया गया है। कवर पेज को इतना आकर्षक बनाया गया है कि बच्चों की जुबान पर नई किताबों के नाम चढ़ जाएंगे और उनमें इन्हें पढ़ने की ललक जागेगी।
बता दें परिषदीय स्कूलों में अभी तक कक्षा दो से लेकर पांच तक की सभी विषय की पुस्तकों के नाम एक जैसे और छह से लेकर आठ तक की पुस्तकों के नाम एक ही थे। इससे बच्चों में काफी भ्रम की स्थिति रहती थी। बच्चों की अभिरुचि को ध्यान में रखते हुए शासन ने पुस्तकों के नाम परिवर्तन कर सरल और रोचक कर दिया है। इससे बच्चों को पुस्तकों का नाम याद रखने में सहूलियत होगी। साथ ही पुस्तकों के कवर को पेज को भी बदला गया है। इसके अलावा कवर पेज को भी काफी रचिकर रंग और आकृति से सजाया गया है जो बच्चों को आकर्षित करें। पाठ्य पुस्तकों के साथ कार्यपुस्तिका नाम भी बदला गया है। जो पुस्तक के नाम से मिलते-जुलते ही हैं। समाजशास्त्री राजेश कटियार ने कहा कि शासन ने एक अच्छी पहल करते हुए बच्चों की आयु वर्ग और उनकी रुचि के अनुसार पाठ्य पुस्तकों के नाम और कवर पेज बदले हैं। पुस्तकों के नाम परिवर्तित कर सरल व रोचक रखने से बच्चों को विभिन्न विषयों के नाम याद रखने में आसानी होगी।
ये हुए परिवर्तन-
कक्षा दो : किताब कलरव का नाम बदलकर किसलय किया गया है।
कक्षा तीन : किताब कलरव का नाम पंखुड़ी और गिनतारा का नाम अंकों का जादू किया गया है।
कक्षा चार : कलरव का नाम फुलवारी, गिनतारा का नाम अंकजगत, हमारा परिवेश का नाम पर्यावरण, रेनबो का नाम स्प्रिंग, संस्कृत पीयूषम का नाम संस्कृत सुधा किया गया है।
कक्षा पांच : कलरव का नाम वाटिका, गिनतारा का नाम गणित ज्ञान, हमारा परिवेश का नाम प्रकृति, रेनबो का नाम पेटल्स, संस्कृत पीयूषम का नाम संस्कृत सुबोध किया गया है।
कक्षा छह : मंजरी पुस्तिका का नाम अक्षरा, गणित का नाम सीख गणित, आओ समझें विज्ञान का नाम विज्ञान भारती प्रथम, संस्कृत पीयूषम का नाम संस्कृत निधि, रेनबो का नाम इंग्लिश रीडर किया गया है।
कक्षा सात : मंजरी का नाम दीक्षा, गणित का नाम गणित प्रकाश, पृथ्वी और हमारा जीवन का नाम हमारा भूमंडल रखा गया है।
कक्षा आठ : मंजरी का नया प्रज्ञा, गणित का नाम गणित मंथन, पृथ्वी और हमारा जीवन का नया नाम भारत संसाधन व विकास समेत कई अन्य पुस्तकों का नाम बदला गया है।
कार्य पुस्तिकाओं का भी परिवर्तित हुआ नाम-
कक्षा दो से लेकर आठ तक प्रयोग की जाने वाली छह कार्य पुस्तिकाओं का नाम परिवर्तित किया गया है। साथ ही अंग्रेजी माध्यम की 19 पाठ्य पुस्तकों के नामों में भी बदलाव किया गया है। अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में प्रयोग होने वाली चार वर्क बुक का भी कवर पेज बदलते हुए नाम परिवर्तित किया गया है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने बताया कि पाठ्य पुस्तकों के कवर पेज व नामों में परिवर्तन किया गया है। जिससे छात्र-छात्राओं को अध्ययन करने में रुचि उत्पन्न होगी। साथ ही पाठ्यक्रमों के जोड़े जाने से अत्याधुनिक जानकारियां भी बच्चों तक पहुंचेगी।