कानपुर देहात

परिषदीय स्कूलों में 8 सितंबर को मनाया जाएगा अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस

ज्ञान का दीप जहां जलता है, वहां अंधेरा कभी नहीं रहता। अक्षरों का ज्ञान, यानी पढ़ने और लिखने का ज्ञान, ये वो शक्ति है जो एक सशक्त और उन्नत समाज का निर्माण करती है।

राजेश कटियार,कानपुर देहात। ज्ञान का दीप जहां जलता है, वहां अंधेरा कभी नहीं रहता। अक्षरों का ज्ञान, यानी पढ़ने और लिखने का ज्ञान, ये वो शक्ति है जो एक सशक्त और उन्नत समाज का निर्माण करती है। साक्षरता की ताकत किसी भी घर, परिवार और समाज के साथ-साथ उस देश के विकास की नींव को मजबूत करता है इसलिए प्रतिवर्ष 8 सितंबर को विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य दुनियाभर में नव साक्षरों को उत्साहित करना है। विश्व साक्षरता दिवस हमारे लिये अहम दिवस है क्योंकि हमारे जीवन में शिक्षा का बहुत अधिक महत्त्व है। ये दिन संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक, और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) द्वारा विश्वस्तर पर, क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और स्थानीय स्तर पर भी मनाया जाता है।

कैसे शुरू हुआ अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस-

साल 1966 में यूनेस्को ने शिक्षा के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने तथा विश्व भर के लोगों का इस तरफ ध्यान आकर्षित करने के लिए प्रतिवर्ष 8 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय/ विश्व साक्षरता दिवस मनाने का निर्णय लिया था। इस दिन को मनाने का फैसला 7 नवंबर 1965 में लिया गया। यूनेस्को ने इस दिन तय किया कि साक्षरता दर को बढ़ाने के लिए दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाएगा। वर्ष 2009-2010 को संयुक्त राष्ट्र साक्षरता दशक घोषित कर दिया गया था तभी से लेकर आज तक सम्पूर्ण विश्व में 8 सितंबर को विश्व साक्षरता दिवस के रूप में मनाया जाता है। आपको बता दें की इस बार 8 सितंबर 2024 को 59वां विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाएगा।वर्तमान समय में इसका क्या है।

महत्व-

हमें अपने अधिकारों को जानने और नई चीजें सीखने की शक्ति क्या देती है, वह कौन सा माध्यम है जो हमें और अधिक जानने के लिए उत्सुक बनाता है ? हमें निर्णय लेने और निर्णय लेने की शक्ति क्या देती है ? इन सभी सवालों का हर जवाब साक्षरता की ओर ले जाएगा। अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस हर साल 8 सितंबर को मनाया जाता है। इस दिन हम अपने जीवन में साक्षरता के महत्व को स्वीकार करते हैं। दुनिया भर के लोग लोकतंत्र के निर्माण के लिए साक्षरता के बारे में जागरूकता फैलाने और हर किसी के जन्मसिद्ध अधिकार को सर्वोच्च महत्व देने की शपथ लेते हैं। ये सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस की थीम-

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2024 की थीम बहुभाषी शिक्षा को बढ़ावा देना आपसी समझ और शांति के लिए साक्षरता है। ये थीम संचार को बढ़ावा देने और विभिन्न संस्कृतियों के बीच आपसी समझ को प्रोत्साहित करने के लिए कई भाषाओं में शिक्षा प्रदान करने के महत्व पर केंद्रित है।

Author: aman yatra

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