कौशल विकास केंद्र अब शहरों के मुताबिक डिजाइन कर रहा कोर्स, जानिए किस तरह से युवाओं को दिया जाएगा प्रशिक्षण
युवाओं के रुझान को लिया गया। कौशल विकास के जिला मैनेजर मुकेश श्रीवास्तव के मुताबिक कई ऐसे कोर्स हैं जिसकी ओर युवक युवतियों नहीं आ रहे हैं। इससे बैच खाली जा रहे हैं। वहीं उद्योगों और कंपनियों को मांग अलग तरह के कामगारों की है
कानपुर, अमन यात्रा । युवक, युवतियों और कामगारों का कौशल उनके शहर के हिसाब से निखारा जाएगा। उन्हेंं उनके शहर की प्रचलित और प्रसिद्ध वस्तुओं, सामग्रियों के अनुरूप प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे उद्योगों के साथ वह भी आगे बढ़ते जाएंगे। उन्हेंं सशक्त होने में मदद मिलेगी। इस कार्य के लिए उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन नए तरीके से कोर्स डिजाइन कर रहा है। उनके अधिकारियों ने विभिन्न कौशल विकास केंद्रों के सहयोग से सर्वे कराया। उद्योग, कंपनियों, श्रम विभाग, रोजगार कार्यालय समेत अन्य जगहों से रिकार्ड लिए। सर्वे में कंपनियों और उद्योगों से मांग पूछी गई। युवाओं के रुझान को लिया गया। कौशल विकास के जिला मैनेजर मुकेश श्रीवास्तव के मुताबिक कई ऐसे कोर्स हैं, जिसकी ओर युवक युवतियों नहीं आ रहे हैं। इससे बैच खाली जा रहे हैं। वहीं उद्योगों और कंपनियों को मांग अलग तरह के कामगारों की है। इन सबको मिलाकर न कोर्स संचालित किए जाएंगे। कुछ की सूची बन गई है, जबकि और कोर्स जोड़े जाएंगे। इसे शासन को अनुमोदन के लिए भेजा गया है
यह कोर्स किए गए तैयार
- सीसीटीवी कैमरे लगाना, उनकी देखरेख करना।
- घरेलू उपकरणों की इंस्टॉलेशन और सॢवस।
- मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव।
- लाइन मैकेनिक।
- हार्डवेयर का प्रशिक्षण।
तीन से चार दिन कोर्स: शार्ट टर्म कोर्स तीन से चार दिन चलेंगे, जबकि अन्य की अवधि चार से छह माह की रहेगी। छात्रों को उनकी पसंद के अनुरूप कोर्स को चुनने की आजादी रहेगी। यह सीटों की उपलब्धता पर आधारित होगा।
ब्यूटीशियन के कोर्स को झटका : कौशल विकास मिशन के अंतर्गत कुछ महीने पहले युवक और युवतियों के लिए ब्यूटीशियन का कोर्स संचालित किया गया, लेकिन उसमें बहुत कम ही लोग आए। कुछ केंद्रों पर इसका संचालन ठप हो गया।