कानपुर,अमन यात्रा । बीते दो तीन दिनों से लगातार शहर कोहरे की चादर से ढका हुआ है। पहले पश्चिमी विक्षोभ के चीन की ओर निकल जाने और दूसरे के अफगानिस्तान व पाकिस्तान के बीच कमजोर पड़ने से सर्दी का असर फिर से बढ़ गया है। उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों में कोहरे के साथ शीत लहर चलने लगी है। अगले कुछ दिनों में पारा छह डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे तक जा सकता है।
कानपुर के आसपास के जिलों में रिमझिम बारिश के आसार
अरब सागर से लेकर गुजरात व मध्य प्रदेश के बीच ट्रफ लाइन बन गई है, जिससे दोनों राज्यों में बारिश के आसार हो गए हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिलों में वर्षा की संभावना है। कानपुर, लखनऊ, प्रयागराज, फतेहपुर आदि जिलों में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। मौसम विशेषज्ञों ने 15 दिसंबर के बाद से गलन बढ़ने की आशंका जताई है।
विशेषज्ञों की राय
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि जम्मू कश्मीर और उत्तराखंड के बीच बना पश्चिमी विक्षोभ चीन की ओर निकल गया है। उसके हिमालय से टकराने से पहाड़ों पर बर्फबारी और वर्षा हुई है। दूसरा पश्चिमी विक्षोभ जो कि भारत की ओर आ रहा था वह पाकिस्तान की सीमा में पहुंचते ही कमजोर हो गया। इससे कैस्पियन सागर से आने वाली शुष्क हवा चालू हो गई है। पहाड़ों पर बर्फबारी का असर भी मैदानी हिस्सों में बना हुआ है। अगले दो से तीन दिन तक बदली छाई रहेगी। बारिश के आसार बहुत कम हैं। दोपहर के बाद धूप थोड़े समय के लिए निकलेगी। अधिकतम तापमान पर ज्यादा असर नहीं होगा, जबकि न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा।