पालिका बोर्ड बैठक हुई स्थगित
नगर पालिका की सोमवार को प्रस्तावित बोर्ड बैठक में बात उस समय बिगड़ गई जब एक शासनादेश की भाषा को सही से न समझ पाने के कारण शासन द्वारा नामित पांच सभासदों को बैठक में नहीं बुलाया गया।
कोंच(जालौन)। नगर पालिका की सोमवार को प्रस्तावित बोर्ड बैठक में बात उस समय बिगड़ गई जब एक शासनादेश की भाषा को सही से न समझ पाने के कारण शासन द्वारा नामित पांच सभासदों को बैठक में नहीं बुलाया गया। जब इस पर नामित सभासदों ने ऐतराज जताया तो एसडीएम जो पालिका के प्रभारी ईओ भी हैं, कृष्ण कुमार सिंह ने तत्काल प्रभाव से बैठक स्थगित कर दी और नामित सभासदों को आश्वासन दिया कि उक्त शासनादेश का वह अध्ययन कराएंगे।
बता दें कि सोमवार को नगर पालिका परिषद कोंच की बोर्ड बैठक होनी थी। एक सूत्रीय एजेंडे टैक्सी बस स्टैंड के लिए भूमि चयन को लेकर बुलाई गई बैठक में सभासदगण समय से पहुंचने भी शुरू हो गए थे लेकिन तभी शासन द्वारा नामित सभासदों ने यह कहते हुए कि उन्हें बैठक में न बुलाना अनौचित्यपूर्ण है, बैठक की वैधानिकता पर सवाल उठाए और इस स्थिति पर कड़ा ऐतराज जताया। पालिका के प्रभारी ईओ एसडीएम कृष्ण कुमार सिंह ने स्थिति बिगड़ती देख बैठक स्थगित कर दी और नामित सभासदों को भरोसा दिया कि जिस शासनादेश का हवाला दिया जा रहा है उसका अध्ययन कराएंगे। इस मसले पर पालिकाध्यक्ष डॉ सरिता वर्मा का कहना है कि उन्हें इस तरह की जानकारी मिली है कि उक्त शासनादेश की रोशनी में उरई, कालपी और जालौन में भी आयोजित बोर्ड बैठकों में नामित सभासदों को नहीं बुलाया गया है। उनकी ऐसी कोई मंशा नहीं है कि नामित सभासदों की अवहेलना की जाए, बल्कि कहीं शासनादेश के किसी प्रावधान का उल्लंघन तो नहीं हो रहा है इसको लेकर ऐहतियात बरता गया। बहरहाल, नामित सभासद इस फरमान को लेकर खफा हैं और राज्यपाल, मंडलायुक्त झांसी और जिलाधिकारी जालौन को शिकायती पत्र भेजे हैं।