पालीटेक्निक के शिक्षकों को पढ़ाएंगे आइआइटी के विशेषज्ञ, पहले चरण में दक्ष होंगे 100 शिक्षक
पालीटेक्निक छात्रों के कौशल विकास से पहले उनके शिक्षकों को पारंगत करने की तैयारी है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) कानपुर और बांबे के विशेषज्ञ प्रोफेसर प्रदेश भर के पालीटेक्निक शिक्षकों की क्लास लेंगे। उन्हें पहले सूचना प्रौद्योगिकी, कंप्यूटर और इलेक्ट्रानिक्स के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। चार से आठ अक्टूबर के बीच पहला चरण होगा। आनलाइन चलने वाली इन क्लास में पहले चरण में 100 शिक्षक दक्ष किए जाएंगे। ये प्रशिक्षण कार्यक्रम प्राविधिक शिक्षा निदेशालय और शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान के सहयोग से संचालित होगा।
कानपुर, अमन यात्रा । पालीटेक्निक छात्रों के कौशल विकास से पहले उनके शिक्षकों को पारंगत करने की तैयारी है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) कानपुर और बांबे के विशेषज्ञ प्रोफेसर प्रदेश भर के पालीटेक्निक शिक्षकों की क्लास लेंगे। उन्हें पहले सूचना प्रौद्योगिकी, कंप्यूटर और इलेक्ट्रानिक्स के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। चार से आठ अक्टूबर के बीच पहला चरण होगा। आनलाइन चलने वाली इन क्लास में पहले चरण में 100 शिक्षक दक्ष किए जाएंगे। ये प्रशिक्षण कार्यक्रम प्राविधिक शिक्षा निदेशालय और शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान के सहयोग से संचालित होगा।
नई शिक्षा नीति के अंतर्गत पालीटेक्निक संस्थानों में नए पाठ्यक्रम शुरू किए जाने हैं। निदेशालय और शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान के अधिकारी काफी पहले से इस पर कार्य कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण के चलते यह पटरी पर नहीं आ सका। अब नए सत्र से आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स, इंटरनेट आफ थिंग्स, साइबर सिक्योरिटी, मैथमेटिकल माडलिंग आदि कोर्स में शामिल करने की योजना है। उससे पहले शिक्षकों को इनकी बेहतर तरीके से जानकारी दी जाएगी।
इन विषयों का इंजीनियिंरग के विभिन्न क्षेत्रों में काफी इस्तेमाल हो रहा है। पहले चरण में सूचना प्रौद्योगिकी, कंप्यूटर और इलेक्ट्रानिक्स पर फोकस रहेगा। बाकी अन्य कोर्स के बारे में बाद में प्रशिक्षण दिया जाएगा। निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि इस प्रशिक्षण से शिक्षकों के साथ ही छात्रों को लाभ मिलेगा। प्रशिक्षण के लिए10 माड्यूल बनाए हैैं जिसमें ट्रेनिंग के साथ प्रैक्टिकल वर्क भी होगा। सबसे बड़ी खासियत ये है कि प्रैक्टिकल को अगले दिन भी करने की सहूलियत मिलेगी।