पीएम मोदी का मेरा गांव ऋणी हो गया है : राष्ट्रपति कोविंद
पैतृक ग्राम परौंख में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कार्यक्रम आयोजित हुआ। पथरी देवी मंदिर में पूजन के बाद मिलन केंद्र में समूह की महिलाओं से मुलाकात की।
कानपुर देहात,ज्ञान सिंह : पैतृक ग्राम परौंख में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कार्यक्रम आयोजित हुआ। पथरी देवी मंदिर में पूजन के बाद मिलन केंद्र में समूह की महिलाओं से मुलाकात की। प्रदर्शनी में लगी सब्जियों के बारे में जानकारी ली। कानपुर देहात के पैतृक गांव परौंख्र में राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पथरी माता मंदिर में दर्शन और पूजा अर्चना की परौंख गांव में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहुंचे और सबसे पहले पथरी माता मंदिर में पूजन किया। साथ में राष्ट्रपति की पत्नी सविता कोविन्द, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने आंबेडकर पार्क में बाबा साहब डा. भीम राव आंबेडकर की प्रतिमा अनावरण किया।
इसके बाद मिलन केंद्र में समूह की महिलाओं से बातचीत की। यहां से गांव का भ्रमण करते हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और किसान उत्पाद प्रदर्शनी में लाल भिंडी और गृह उत्पाद बुकनू को भी देखा। कार्यक्रम स्थल समेत पूरे गांव में कड़ी सुरक्षा में प्रशासन मुस्तैद दिखी। गांव मिट्टी में वो ताकत और लोगों के स्नेह ने प्रधानमंत्री को बुलाया वही राष्ट्रपति ने कहा, आज मैं जहां पर भी हूं, वो शुभचिंतकों की शुभेक्षाओं के साथ साथ अपनी मातृभूमि के आशीर्वाद के बल पर ही संभव हो सका है। मैं मानता हूं कि मेरे इस गांव की मिट्टी की वो ताकत है और आप सबका प्रधानमंत्री जी के लिए अपार स्नेह है, जिसने उन्हें भी इस छोटे से गांव में बुला लिया। मुझे बताया गया है कि गांव ही नहीं आसपास के क्षेत्र में प्रशासन द्वारा जन सुविधाओं से जुड़े कार्यों को संपन्न किया गया है।
ऐसे कार्य के लिए राज्य सरकार और प्रशासन की सराहना करता हूं। आज के कार्यक्रम में राज्य सरकार और प्रशासन के जिन लोगों ने निष्ठा के साथ प्रयास व परिश्रम किया है, उन सबके लिए विशेष प्रशंसा करता हूं। गांव में जब मैं आता हूं तो अपने गांव की माटी को माथे से लगाता हूं राष्ट्रपति ने कहा, प्रधानमंत्री के आगमन से यहां के लोग एक दुर्लभ एतिहासिक घटना के साक्षी बन रहे हैं। मैं जब अपने गांव में आता हूं तो सहज ही मैं यहां की माटी को अपने माथे से लगाता हूं। शायद इस बात से सभी लोग सहमत होंगे कि प्रत्येक व्यक्ति के हृदय में उसमें अपनी मां और मातृभूमि के लिए श्रद्धा का भाव जीवन पर्यन्त बना रहता है। ऐसा ही भाव मैंने प्रधानमंत्री के जीवन में भी देखा है।
राष्ट्रपति ने कहा, प्रधानमंत्री का मैं ऋणी हो गया परौंख राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पैतृक गांव परौंख आगमन पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए स्वागत ज्ञापित किया। कहा, प्रधानमंत्री ने हमारे छोटे से गांव में जनता जनार्दन से मिलने यहां पर आए हैं। यह आपकी सहदृयता और उदारता भी है, आज मेरा गांव आपका ऋणी हो गया है बल्कि मेरा जिला भी अनुग्रहीत हो गया है। कि यहां के एक निवासी को पहली बार देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद का उत्तरदायित्व प्रदान किया गया। इसका श्रेय प्रधानमंत्री को जाता है।