पुखरायां : राष्ट्रपति को सामने देख गदगद हुए लोग, ईष्ट मित्रों से की मुलाकात
पैतृक गांव परौंख की माटी को सिर से लगाकर अपनों के बीच कुछ समय बिताने के बाद राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द अपनी कर्मस्थली पुखरायां पहुंच गए हैं। यहां पर उनके साथ पत्नी सविता कोविन्द, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद हैं।
- पुखरायां में सबसे पहले पटेल प्रतिमा पर पुष्पांजलि के बाद उन्होंने आरएसजीयू इंटर कालेज के मैदान में बने पंडाल में इष्ट मित्रों और परिचितों से मुलाकात की।
- जीजीआइसी की छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया
कानपुर देहात,अमन यात्रा । पैतृक गांव परौंख की माटी को सिर से लगाकर अपनों के बीच कुछ समय बिताने के बाद राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द अपनी कर्मस्थली पुखरायां पहुंच गए हैं। यहां पर उनके साथ पत्नी सविता कोविन्द, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद हैं।
पुखरायां में सबसे पहले पटेल प्रतिमा पर पुष्पांजलि के बाद उन्होंने आरएसजीयू इंटर कालेज के मैदान में बने पंडाल में इष्ट मित्रों और परिचितों से मुलाकात की। इसके बाद मंच पर पहुंचकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।
जिस तरह झींझक का परौंख गांव राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द की जन्मस्थली है, उसी तरह कानपुर देहात का पुखरायां उनकी कर्मस्थली माना जाता है। यहां पर उनके ईष्ट मित्र और परिचित निवास करते हैं। राष्ट्रपति के पुखरायां पहुंचते ही एक झलक पाकर हर कोई गदगद है।
आरएसजीयू इंटर कालेज पुखरायां के खेल मैदान में बने पंडाल में आयोजित कार्यक्रम में जीजीआइसी की छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। पंडाल में सुबह से ही लोग पहुंच चुके थे।
राष्ट्रपति के उद्बोधन की बड़ी बातें :
- देवियों और सज्जनो व युवा साथियों मैं देख रहा था कि सबसे पीछे युवा शक्ति खड़ी है व ऊर्जा का प्रदर्शन भी वह कर रहे। जब मैं यहां आया यादें ताजा हो गई। 1991 में उस समय एक दल ने मुझे घाटमपुर लोकसभा का चुनाव लड़ाया था पहली बार पुखरायां आकर लोगों से मिला। 30 वर्ष तक बहुत प्यार मिला
- रेलमंत्री ने निवेदन किया कि ट्रेन से कब से नहीं गए तो कहा कि 2014 में की तब से नहीं गए। तो रेलमंत्री ने कहा कि रेलवे की योजनाएं व प्रगति को देखें। पुखरायां व्यापारी वर्ग है देश की इकोनॉमी को आप समझते हैं। रेल मंत्री ने कहा फ्रेड कॉरिडोर बनाया कई स्टेशन पर चार लाइन चल रही और मालगाड़ी की रफ्तार तेज है। दिली से हावड़ा व पटना तेजी से पहुचेंगे।
- देहात का प्रवास पूरा हो गया। सार्वजनिक जीवन पुखरायां से हुआ तो इसे कैसे भूल सकता हूं। जीवन के उतार चढ़ाव जिसने इस पर ध्यान दिया वह भटक जाएगा। पुखरायां मेरे हृदय में है, मैं कहीं भी रहूं यहां का प्यार सदैव मिलता रहा।
- यहां के सुख-दुख में शामिल होने में खुशी होती है। मेरा चुनाव कार्यालय यही रहा मित्रों के घर रुकना व भोजन याद है।
- मेरे दो घंटे के कार्यक्रम का 18 से 20 लाख खर्च आएगा। यह टैक्स हमारा-आपका पैसा है। आपके शुभकामनाएं से उच्चतम न्यायालय से राष्ट्रपति भवन तक पहुंचा तो यह यहां का आशीर्वाद है।
- मित्रों का स्मरण होता है सत्यनारायण सचान राजाराम तिवारी की याद आती है।
- 2016 में अवध दुबे ने आंख के अस्पताल के लिए मैं यहां राज्यपाल के रूप में आया।
- महामारी में बहुत कुछ खोया उत्तर प्रदेश बड़ी आबादी यहां बीमारी की चुनौती बड़ी रूप ले सकती है। सरकार ने इस पर अंकुश लगाया व मदद जनता तक पहुंच रही।
- योग दिवस 21 जून को मनाया गया, पीएम ने इसे जन-जन तक पहुंचाया। योग करें इससे इम्युनिटी सिस्टम बढ़ती है।
- टीकाकरण में वृद्धि हो रही है। आपकी जिम्मेदारी है टीकाकरण कराए व जागरूक नागरिक बने। मैं बता रहा हूं कि मेरे दोनों डोज लग चुकी है।
- पुखरायां के लोगों ने सन्देश दिए यहां के लोगों ने अनुष्ठान कराए इसको धन्यवाद। युवा का उत्साह व ललक ज्यादा होता है तो मैं कहता हूं कि मुझमें व राज्यपाल में यह उत्साह अधिक है। युवा राष्ट्र निर्माण में लगे। आप आगे बढ़ेंगे पुखरायां आगे बढ़ेगा।