पुखरायां कानपुर देहात। कस्बे के मंडी स्थल प्रांगण में रविवार की शाम को 27वां अम्बेडकर बौद्ध दीक्षा मेला सम्पन्न हुआ। आयोजको ने कोरोना काल में भी सैकड़ो लोगो के बौद्ध धर्म की दीक्षा लेने का दावा किया। मुख्य स्थिति प्रधान आयकर आयुक्त सुवचन राम एवं सेवानिवृत्त जस्टिस खेमकरन ने तथागत बुद्ध और अम्बेडकर के चित्रों पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
इसके बाद अनेको देशो से आए बौद्ध भिक्षुओ ने बौद्ध धरम की 22 प्रतिज्ञाओ के साथ उपस्थिति लोगो को दीक्षा दिलाई। मुख्याथिति सुवचन राम ने कहा कि अपने अधिकारों के लिए समाज को एकजुट होकर संघर्ष करना होगा उन्होंने बहुजन समाज को डॉ. अम्बेडर एवं कांशीराम की विचार धारा पर चलने की बात कही। विशिष्ठ अथिति जस्टिस खेमकरन ने भगवान् व अन्धविश्वास से हटने और सम्मान के प्रति सचेत रहने को कहा।
मेला संस्थापक एवं भारतीय दलित पैंथर के प्रांतीय अध्यक्ष धनीराम बौद्ध ने कहा कि हम आडंबर,अन्धविश्वास और मनुवाद का सख्त विरोध करते है।कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर पंचायत अमरौधा की अध्यक्ष के प्रतिनिधि महेश गौतम तथा संचालन सिद्ध गोपाल गौतम ने किया।रात्री में अम्बेडकर जीवन दर्शन पर आधारित नाटक का मंचन भी किया गया। इस अवसर पर मेला संयोजक मानसिंह बंगाली,पूर्व मेला संयोजक दिलीप शंकर दिवाकर ,अंजनी कुमार, कैलाश यादव, अमर सिंह,अजय फ़ौजी,रामचन्द्र,अरविन्द गौतम,भारत सिंह बुंदेला आदि लोग मौजूद रहे।