प्रयागराज, अमन यात्रा । देश भर में विख्यात अखिल भारतीय प्राइज मनी इंदिरा मैराथन का 36 वां संस्करण आज शुक्रवार की सुबह यहां शुरू हो गया था। पुरुष में सेना के वलीयप्पा चेस्ट नंबर 1202 ने पहले स्थान पर रहकर जीत हासिल की। दूसरे स्थान पर रहे प्रयागराज के अनिल सिंह चेस्ट नंबर 1217। हिमाचल के हेतराम ने तीसरे स्थान पर कब्जा जमाया। तीनों धावक सेना के हैं। हेतराम ने 2019 में भी इस मैराथन में तीसरा स्थान हासिल किया था। हेतराम डोगरा रेजीमेंट नासिक में तैनात हैं। इसी साल ढाका इंटरनेशनल मैराथन में भी उन्होंने तीसरे स्थान पर कब्जा जमाया था।

महिलाओं में नीरमा बेन, आरती और तमसी सिंह रहीं अव्वल

महिला वर्ग में गुजरात की नीरमा बेन प्रथम, आरती पाटिल दूसरे और मीरजापुर की तमसी सिंह ने तीसरा स्थान हासिल किया है। इस बार आयोजन में तकनीक के इस्तेमाल पर जोर है। धावकों के जूतों में चिप लगाए गए हैं। इसके लिए स्पेशलिस्ट टीम दिल्ली से आई। कुल 42.195 किमी लंबी दौड़ आनंद भवन से सुबह 6.34 बजे शुरू हो चुकी है। प्रदेश के  खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी के हरी झंडी दिखाने पर पहले 6.32 पर महिला धावक और 6.34 बजे पुरुष धावक दौड़े। मैराथन पंडित मदनमोहन मालवीय स्टेडियम में खत्म हो गई। पुरुष व महिला वर्ग में चैैंपियन बनने वाले धावक को दो -दो लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा। उपविजेता को एक लाख रुपये मिलेंगे। तीसरे स्थान पर रहने वाले धावक को 75 हजार व 11 सांत्वना पुरस्कार क्रमश:10-10 हजार रुपये के होंगे। खेल मंत्री ने अपने संबोधन में विजेता राशि बढ़ाने के संकेत दिए हैं। सुबह पांच बजे से ही धावक समेत शहर के उत्साही खेल समर्थक आनंद भवन पर एकत्र होने लगे थे। धावकों का रास्ते में जगह जगह पर ताली बजाकर और फूल बरसाकर स्वागत किया जाता रहा।

अबकी क्रास कंट्री और वेटरन वर्ग की दौड़ नहीं

कोरोना महामारी के संक्रमण के कारण वर्ष 2020 में इंदिरा मैराथन का आयोजन नहीं हुआ था। इससे धावकों को मायूसी हुई थी। इस बार सिर्फ मैराथन दौड़ हो रही है। क्रास कंट्री रेस तथा वेटरन वर्ग में दौड़ नहीं हुई है। इस बार सीसीटीवी कैमरों के जरिए पूरे रूट पर नजर रखी जा रही है। रूट भी सात किलोमीटर बदला है। रीवा रोड पर दांदूपुर तक धावक जाएंगे। खेल निदेशालय के इस आयोजन में एथलेटिक फेडरेशन आफ इंडिया के टाइमिंग पार्टनर इनोवेशन ई सोल्यूशन एलएलपी को टेक्नोलाजी से संबंधित पूरी जिम्मेदारी दी गई है। फेडरेशन की टेक्निकल टीम बुधवार को ही यहां पहुंच गई। गुरुवार को आठ सदस्यीय टीम ने आनंद भवन, दांदूपुर में रूट मोड़ व मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में उपकरण स्थापित किए थे। स्टेडियम में काउंटर लगाकर धावकों को चेस्ट स्लिप (बिब नंबर) के साथ चिप बांटी गई। धावक अपने घुटने से नीचे इसे पैर या जूते में बांधेंगे। टेक्निकल इंचार्ज महावीर सिंह ने बताया टाइमिंग मैट सिस्टम को जैसे ही धावक पार करेंगे, चिप एक्टीवेट हो जाएगी। यह चिप साफ्टवेयर से जुड़ी होगी और पूरा डाटा ट्रैक होता रहेगा। आनंद भवन के अलावा दांदूपुर में टर्निंग प्वाइंट पर टाइमिंग मैट लगाई गई है, धावकों को इसे पार करना आवश्यक होगा।

इंदिरा गांधी की याद में आयोजन

पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 31 अक्टूबर 1984 को हत्या कर दी गई थी। इसके अगले साल यानी 1985 में उनकी जन्मतिथि पर इस मैराथन की शुरुआत की गई। पहली बार तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने विजेताओं को पुरस्कृत किया था। तब इनामी राशि 51 हजार रुपये थी।

खास बात

– 5:30 बजे आनंद भवन के बाहर जुटे धावक ।

– 6 से 11 बजे तक इंदिरा मैराथन रूट पर यातायात पर प्रतिबंध।

– 6 से 8 बजे तक आनंद भवन से हनुमान मंदिर चौराहा तक यातायात प्रतिबंधित ।

– 6 से 11 बजे तक सीएवी कालेज से दांदूपुर रीवां रोड तक यातायात प्रतिबंधित।

– 600 से ज्यादा धावकों ने कराया रजिस्ट्रेशन ।

– 16 बूथ बनाए गए ।

– 4 जोन में बांटा गया रूट ।

– 4 मजिस्ट्रेट के नियंत्रण में होगा रूट जोन।

– 42.195 किमी दूरी तय करेंगे धावक।

– 27.5 किमी की दूरी स्टार्टिंग प्वाइंट आनंद भवन से तय करेंगे धावक ।

– 10 बूथ होंगे आनंद भवन से रीवा रोड पर वापसी मोड के बीच।

– 27.5 किमी दूर दांदूपुर में भारत पेट्रोल पंप से धावक करेंगे वापसी ।

– 5 मोबाइल मेडिकल टीम धावकों को किसी भी मेडिकल इमरजेंसी में तत्काल स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराएंगी।

– 1 किलो मीटर की दूरी पर होगा चिंन्हाकन।

– 35 इंदिरा मैराथन हो चुकी है संपन्न

– 6 बार ज्योति शंकर गवते ने जीती महिला वर्ग में मैराथन

– 6 बार भैरो सिंह लोने ने जीता पुरूष वर्ग में मैराथन

– 4-4 बार अभय सिंह व संगनी देवी ने जीत का बनाया रिकार्ड

– 3-3 बार नीलाम्मा एल, अरविंद कुमार ने जीती है मैराथन

– 17 धावकों का हुआ आरटीपीसीआर

– 231 धावाकों ने कराया कोरोना एंटीजन टेस्ट

– 14 खिलाड़यों को मिलेगा पुरस्कार

– 2 लाख रुपए प्रथम विजेता को मिलेगा

– 1 लाख रुपए द्वितीय विजेता को मिलेगा

– 75 हजार रुपए तीसरे विजेता को मिलेगा

– 11 धावकों को मिलेगा 10-10 हजार रुपए सांत्वना पुरस्कार

– 1 बजे होगा समापन समारोह और पुरस्कार वितरण

सजाया गया स्टेडियम

मदन मोहन मालवीय स्टेडियम को पुरस्कार वितरण समारोह के लिए दुल्हन की तरह सजाया गया है। दीवारों पर रंग रोगन के अलावा रंगीन पर्दे, मंच, कुसिर्यां, घास की मैटिंग, सजावट का विशेष इंतजाम हुआ है। स्टेडियम के बाहर सजावटी पेड़ व फूलों की भी विशेष कटिंग की गई है। सड़क पर सफेद पेंट से रूट मार्किंग की गई है।

पूरे शहर में लगे बैनर

इंदिरा मैराथन के आयोजन को लेकर पूरे शहर में बैनर लगाए गए हैं। प्रारंभिक स्थल से लेकर प्रत्येक मोड़, व महत्वपूर्ण स्थलों पर भी बैनर होंगे। प्रत्येक एक किलो मीटर पर घटते क्रम में किमी स्टैंड भी लगाया गया। पूरे मार्ग पर पुलिस, पीएसी, आरएएफ, एनसीसी कैडेट, सिविल डिफेंस, होमगार्ड, पीआरडी के जवान, स्वयं सेवी संस्थाओं के लोग होंगे।जगह जगह स्कूली बच्चे भी धावकों का उत्साह बढायेंगे ।

बांटे गए 16 बूथ, प्रत्येक किमी पर चिन्हांकन

धावकों की सुविधा व व्यवस्थाओं को दुरूस्त रखने के लिए 42.195 किमी दूरी को 16 बूथों में बांटा गया है। प्रत्येक एक किमी पर स्थानों का चिन्हांकन किया गया है। बूथों में अब्दुल हमीद गेट, पुलिस लाइन कालोनी मजार, सर्किट हाउस के पास इंदिरा चौराहा, बिग बाजार, बैहराना देहाती रसगुल्ला के पास, नया पुल पर पोल 72-73 के बीच, पोल नं 156 के पास, श्याम कुंज विद्युत लाईट, मामा भांजा चौराहा, भारत पेट्रोल पंप के 20 मीटर आगे, वापसी में मामा भांजा चौराहा के पास, डांडी बाजार जतिन जनरल स्टोर, लेप्प्रोसी चौराहा पुलिस बूथ के पास, पहलवान बाबा मंदिर, लोकसेवा आयोग सदस्य के गेट आगे, स्टेडियम के अंदर समाप्ति स्थल पर आखरी बूथ बनेगा।

विजेताओं का राष्ट्रीय टीम में हो सकता है चयन

धावकों में से शानदार प्रदर्शन करने वालों का चयन राष्ट्रीय महिला व पुरुष टीम के लिए होगा। भारतीय एथलेटिक्स फेडरेशन के तकनीकी अधिकारी धावकों की काबिलियत को परखेंगे और उन्हें राष्ट्रीय टीम में जगह दिलाने के लिए संस्तुति करेंगे। कोरोना गाइडलाइन के चलते धावकों के लिए इस बार आरटीपीसीआर अनिवार्य है। बुधवार से स्टेडियम में कोरोना आटीपीसीआर शुरू हो गया है। इस बार मैराथन का रूट बदला गया है। लेप्रोसी चौराहे से रीवा रोड पर भारत प्रेट्रोल पंप से धावक वापसी करेंगे। मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में समापन होगा। कई सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। गायक अर्पित तिवारी व रैपर मृदुल मंच पर कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। यहीं पुरस्कार वितरण भी होगा ।

इन पर  रही नजर

इस बार मैराथन में पुरूष वर्ग में कई पूर्व विजेता भी शामिल हुए हैं। चर्चित धावकों में राहुल कुमार पाल, हरेंद्र चौहान, हेत राम, करन सिंह, रशपाल सिंह, वीएस धोनी, अनिल कुमार सिंह, करन सिंह, आरपी पटेल, अर्जुन प्रसाद, विक्रम पर सबकी नजर होगी। जबकि महिला वर्ग में ज्योति शंकर गवते, श्यामली सिंह, नीता पटेल, अनीता रानी, रानी यादव, आराधना, रंजना खागर, ज्योति सिंह, मुन्नी देवी, नीतू सिंह, प्राची गोडबोले मैराथन जीतने के लिए जोर लगा रही हैं