पुलिस पिटाई से युवक की मौत, चोरी के आरोप में दो दिन पहले उठाया था, हालत बिगड़ने पर बहन के सुपुर्द किया
शहर में पुलिस की पिटाई से एक युवक की मौत हो गई है। चोरी के आरोप में कल्याणपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले जितेंद्र उर्फ कल्लू को पुलिस ने 14 नवंबर को उठाया था। घर वालों का आरोप है कि पुलिस ने थाने ले जाकर इतना पीटा की उसकी हालत गंभीर हो गई। गंभीर हालत में कल्याणपुर थाने की पुलिस ने जितेंद्र को 15 नवंबर को छोड़ दिया।
कानपुर,अमन यात्रा : शहर में पुलिस की पिटाई से एक युवक की मौत हो गई है। चोरी के आरोप में कल्याणपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले जितेंद्र उर्फ कल्लू को पुलिस ने 14 नवंबर को उठाया था। घर वालों का आरोप है कि पुलिस ने थाने ले जाकर इतना पीटा की उसकी हालत गंभीर हो गई। गंभीर हालत में कल्याणपुर थाने की पुलिस ने जितेंद्र को 15 नवंबर को छोड़ दिया। घर पहुंचने के बाद जितेंद्र की हालत बिगड़ी। 16 नवंबर की सुबह परिवार के लोग अस्पताल ले जा रहे थे कि उसी दौरान रास्ते में उसकी मौत हो गई। उसके शरीर पर पिटाई के गहरे जख्म हैं।
परिजन और मोहल्ले के लोग पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक दोषी पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। पुलिसवाले पूरे मामले पर लीपापोती की कोशिश में जुटे हैं। पुलिस का अब तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
आईआईटी सोसायटी माधवपुरम चालीस मडैया निवासी गोमती देवी ने बताया कि उनकी बस्ती से सटी पॉश कॉलोनी में रहने वाला एक शख्स बहू-बेटियों को छत से नहाते हुए देखता था। बेटे जितेंद्र उर्फ कल्लू (35) ने इस बात का विरोध किया था। आरोप है कि इसी बात को लेकर खुन्नस रखने वाले ने झूठे चोरी के मुकदमे में उनके बेटे को फंसा दिया। कल्याणपुर थाने की पुलिस ने उनके घर पर दबिश देकर 14 नवंबर को उनके बेटे कल्लू को हिरासत में लिया था। थाने में उसकी खूब पिटाई हुई। देर रात बहन मानसी खाना देने थाने पहुंची तो पुलिस ने उसकी सुपुर्दगी में छोड़ दिया था। सोमवार रात को कल्लू की हालत बिगड़ी और मंगलवार सुबह हॉस्पिटल ले जाने के दौरान रास्ते में ही दम तोड़ दिया। परिजनों ने कल्याणपुर थाना पुलिस पर हत्या का आरोप लगाते हुए थानेदार अशोक कुमार दुबे समेत अन्य पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने मौके पर डीसीपी पश्चिम बीबीजीटीएस मूर्ति को जांच करने के लिए मौके पर भेजा। डीसीपी और एसीपी कल्याणपुर मौके पर पहुंचे हैं। वे आक्रोशित परिजनों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके साथ ही आश्वासन दिया है कि उनकी तहरीर पर एफआईआर दर्ज करके दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मृतक की मां गोमती, बहन मानसी और भाई किन्ना ने कहा कि मृतक जितेंद्र उर्फ कल्लू के शरीर पर पिटाई के निशान पुलिस की बर्बरता से पिटाई की गवाही दे रहे हैं। पूरा शरीर ऊपर से लेकर नीचे तक काला पड़ा है। पीठ से लेकर पांव तक डंटों और बेल्ट से पीटने के निशान हैं। आरोप है कि पुलिस की पिटाई से कल्लू की मौत हुई है। जबकि पूछताछ और जांच के दौरान पुलिस को चोरी से संबंधित कोई साक्ष्य नहीं मिला। इसके बाद भी पीट-पीट कर हत्या कर दी गई।
जितेंद्र उर्फ कल्लू की मौत से तनाव का माहौल है। किसी तरह समझाकर पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। परिजनों और मोहल्ले वालों के आक्रोश को देखते हुए पोस्टमार्टम हाउस के बाहर भारी पुलिस फोर्स तैनात है। रैपिड रिएक्शन फोर्स (RRF) को भी तैनात किया गया है।
मामले की जानकारी मिलते ही सपा और कांग्रेस के कई नेता मौके पर पहुंचे। कल्याणपुर विधानसभा से पूर्व विधायक सतीश निगम ने कहा कि सीएम की ठोको नीति का शिकार कल्लू हुआ है। यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले गोरखपुर समेत कई जिलों में बेगुनाहों को पुलिस ने पीट-पीट कर मार डाला है। पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए हर संभव मदद करेंगे।
गोरखपुर में मनीष गुप्ता हत्याकांड, आगरा में सफाईकर्मी की मौत और कासगंज में पुलिस की पिटाई के बाद यह पुलिस की बर्बरता का चौथा बड़ा केस है। गोरखपुर केस में इंस्पेक्टर जेएन सिंह सहित 6 पुलिसकर्मी जेल में है। सीबीआई जांच शुरू हो गई है। आगरा के सफाईकर्मी की मौत के मामले में पुलिस की जांच आगे नहीं बढ़ पाई। हफ्ते भर पहले कासगंज में भी पुलिस की बर्बरता से मौत का केस सामने आया था।