कानपुर देहातउत्तरप्रदेशफ्रेश न्यूज

ओएमआर शीट पर होगी परिषदीय बच्चों की तिमाही परीक्षा

परिषदीय विद्यालयों की तिमाही परीक्षा का स्वरूप इस बार बदला गया है। परिषदीय स्कूलों के बच्चों की परीक्षा अबकी बार ओएमआर शीट पर होगी। छात्रों से बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे। असेसमेंट का परिणाम भी तुरंत पता चल जाएगा।

Story Highlights
  • कक्षा एक से तीन की ओएमआर शीट भरेंगे शिक्षक

कानपुर देहात,अमन यात्रा  :  परिषदीय विद्यालयों की तिमाही परीक्षा का स्वरूप इस बार बदला गया है। परिषदीय स्कूलों के बच्चों की परीक्षा अबकी बार ओएमआर शीट पर होगी। छात्रों से बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे। असेसमेंट का परिणाम भी तुरंत पता चल जाएगा। जिले में सितंबर के अंतिम सप्ताह में तिमाही परीक्षाएं प्रस्तावित हैं।

निपुण भारत मिशन के तहत इसी परीक्षा से कक्षा एक से तीन तक के बच्चों का असेसमेंट भी हो जायेगा। ओएमआर शीट का प्रारूप सभी विद्यालयों में एक होगा। ओएमआर शीट पर प्रत्येक छात्र की यूनिक आईडी भरनी होगी। इसी से छात्रों की पहचान होगी।

कक्षा एक से तीन की ओएमआर शीट शिक्षक भरेंगे- 

प्रश्नों के उत्तर के हिसाब से शिक्षकों को ओएमआर शीट भरने से पहले ही छात्रों का असेसमेंट करना होगा। कक्षा एक से तीन तक के छात्रों की ओएमआर शीट शिक्षकों को भरनी होगी। यदि छात्र ने सही उत्तर दिया तो ओएमआर शीट पर प्रश्न के समक्ष गोला भरना होगा। अगर उत्तर गलत होगा तो उसे रिक्त छोड़ देना होगा। वहीं कक्षा चार से आठ तक के छात्रों को ओएमआर शीट स्वयं भरनी होगी। छात्रों को पहले बताया जाएगा कि उन्हें शीट कैसे भरनी है।

एप पर स्कैन कर अपलोड होगी ओएमआर शीट

शिक्षकों को ओएमआर शीट को सरल एप पर अपलोड करना होगा। इसके लिए शिक्षकों को सरल एप के जरिए अपने मोबाइल से ओएमआर शीट को स्कैन करना होगा। एप स्कैन कर तुरंत बता देगा कि छात्र के कितने प्रश्न सही हैं और कितने गलत। सभी छात्रों का असेसमेंट तुरंत हो जाएगा। बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने बताया कि तिमाही परीक्षा सितंबर के अंतिम सप्ताह में हो सकती है। अभी इसे कराने के निर्देश नहीं आए हैं।

AMAN YATRA
Author: AMAN YATRA

SABSE PAHLE


Discover more from अमन यात्रा

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Related Articles

Leave a Reply

AD
Back to top button

Discover more from अमन यात्रा

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading