पेड़ लगाओं-पेड़ बचाओं जन अभियान को सफल बनाने हेतु आयोजित की गयी बैठक
आज दिनांक 14 जून 2024 को आलोक सिंह, जिलाधिकारी/अध्यक्ष, जिला पर्यावरण समिति/जिला गंगा समिति/जिला वेटलैण्ड समिति, कानुपर देहात के निर्देशन में जिला पर्यावरण समिति/जिला गंगा समिति/जिला वेटलैण्ड समिति, कानुपर देहात की बैठक आयोजित की गयी। जिसमें ए0के0 द्विवेदी, प्रभागीय वनाधिकारी/संयोजक, जिला पर्यावरण समिति/जिला गंगा समिति/जिला वेटलैण्ड समिति, कानुपर देहात द्वारा आगामी वर्षाकाल 2024 हेतु विभिन्न विभागों के द्वारा एवं वन विभाग के द्वारा किये जा रहे कार्यों पर विस्तृत प्रकाश डाला गया
अमन यात्रा ब्यूरो। आज दिनांक 14 जून 2024 को आलोक सिंह, जिलाधिकारी/अध्यक्ष, जिला पर्यावरण समिति/जिला गंगा समिति/जिला वेटलैण्ड समिति, कानुपर देहात के निर्देशन में जिला पर्यावरण समिति/जिला गंगा समिति/जिला वेटलैण्ड समिति, कानुपर देहात की बैठक आयोजित की गयी। जिसमें ए0के0 द्विवेदी, प्रभागीय वनाधिकारी/संयोजक, जिला पर्यावरण समिति/जिला गंगा समिति/जिला वेटलैण्ड समिति, कानुपर देहात द्वारा आगामी वर्षाकाल 2024 हेतु विभिन्न विभागों के द्वारा एवं वन विभाग के द्वारा किये जा रहे कार्यों पर विस्तृत प्रकाश डाला गया। उनके द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि शासन के निर्देशों के अनुरूप पेड़ लगाओं-पेड़ बचाओं जन अभियान-2024 के रूप में वन विभाग एवं अन्य 22 विभागों के द्वारा इस जनपद की 618 ग्राम पंचायतों एवं 13 नगरीय निकायों वृक्षारोपण हेतु चयनित स्थलों में 60.19 लाख पौधों का रोपण शासन के निर्धारित वृक्षारोपण लक्ष्य के अनुरूप कराया जायेगा। जिसके लिये इस जनपद के 10 विकासखण्डों में वन विभाग की 29 पौधशालाओं में 75.20 लाख पौधे तैयार किये जा रहे है। जिसमें सभी विभागों की मांग के अनुरूप विभिन्न प्रजातियॉ जैसे-अमरूद, नीबू, जामुन, ऑवला, कटहल, बेल, इमली व शीशम, सागौन, नीम, अर्जुन इत्यादि व शोभाकार पौधों को तैयार किया गया है।
अन्य विभागों के द्वारा विभागवार लक्ष्य व उससे सम्बन्धित तैयारियों पर विशेष ध्यान देने हेतु सम्बन्धित विभाग के नोडल अधिकारियों से अपेक्षा की गयी कि सम्बन्धित विभाग की कार्ययोजना के अनुसार गड्ढ़ों के खुदान का कार्य विलम्बतम 10 दिन के अन्दर करा लिया जाये, तथा इसके लिये वृक्षारोपण की स्थलवार कर्मचारियों को नामित करते हुये उसकी तैयारी कर ली जाये।
प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा यह अवगत कराया गया कि प्रत्येक विभाग द्वारा अपने विभाग से सम्बन्धित किसी न किसी क्षेत्र में जन प्रतिनिधियों को जोड़ कर वृक्षारोपण कराये जाने की कार्ययोजना बना ली जाये। ग्राम्य विकास विभाग को ग्राम वन, नगर विकास विभाग को नन्दन वन, बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा बाल एवं उद्योग विभाग द्वारा मियावॉकी पद्धति से वृक्षारोपण व खाद्य वन बनाने हेतु सुझाव निर्गत किये गये। कृषकों की आय को दोगुना करने हेतु हर खेत की मेड़ पर पेड़ का अवाहन करते हुये राज्य सरकार/भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित होने वाले कृषकों को उनकी मांग के अनुरूप पौधरोपण कराने हेतु कृषि विभाग से अपेक्षा की गयी।
बैठक में उपस्थित उप निदेशक (कृषि), कानपुर देहात द्वारा अवगत कराया गया कि निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप कराये जाने वाले वृक्षारोपण के पौधे अधिक से अधिक संख्या में जीवित रहे, इसके लिये कृषकों को विभिन्न गोष्ठियों के माध्यम से प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। बैठक में उपस्थिति उपायुक्त, श्रम एवं रोजगार (मनरेगा), कानपुर देहात द्वारा अवगत कराया गया कि गत वर्ष की भॉति इस वर्ष भी 50 ग्राम वन स्थापना तथा पाण्डु नदी एवं नून नदी के कैचमेन्ट क्षेत्र में विभिन्न ग्राम पंचायतों के माध्यम से लक्ष्य के अनुरूप पौधरोपण किया जायेगा। उपायुक्त, उद्योग, कानपुर देहात द्वारा अवगत कराया गया कि औद्योगिक क्षेत्र में मियॉवाकी पैटर्न पर भी व अन्य पारम्परिक पद्धति से वृक्षारोपण लक्ष्य के सापेक्ष वृक्षारोपण किया जायेगा।
प्रभागीय वनाधिकारी, कानपुर देहात द्वारा समस्त नोडल अधिकारियों को भावी पीढ़ी के लिये तथा राज्य सरकार के मंशा के अनुरूप 2026 तक वनाच्छन 15 प्रतिशत किये जाने के संकल्प में सभी विभागों का आवाहन किया गया।
जिला गंगा समिति के सदस्य श्री मुकेश सेंगर द्वारा यह आवाहन किया गया कि लाडपुर छिवना में उनके द्वारा सहजन के पौधों के रोपण किया जायेगा। जिसके लिये उन्होने वन विभाग से अपेक्षा की उनको सहजन के पौधों को उपलब्ध कराया जाये, जिससे वह पौधरोपण गॉव को सहजन का गॉव बना सके। बैठक में अनुपस्थित लोक निर्माण विभाग एवं ऊर्जा विभाग को छोड़कर सभी विभागों द्वारा प्रतिभाग किया। अनुपस्थित विभागों अलग से पत्राचार किया जा रहा है तथा यह अपेक्षा की गयी कि वह अपने विभाग की कार्ययोजना के अनुरूप वृक्षारोपण तैयारी के साथ अगली बैठक में अनिवार्य रूप से प्रतिभाग करें।