प्रतापगढ़ अवैध शराब का गढ़ बना, पांच माह पूर्व कुंडा व हथिगवां में भारी मात्रा में बरामद हुई थी शराब
प्रतापगढ़ जिला शराब के अवैध कारोबार का गढ़ माना जाता है। पांच माह पूर्व अप्रैल महीने के पहले सप्ताह में प्रयागराज जोन के एडीजी की सर्विलांस टीम ने फोर्स के साथ छापेमारी की थी।
प्रयागराज, अमन यात्रा । प्रतापगढ़ जिला शराब के अवैध कारोबार का गढ़ माना जाता है। पांच माह पूर्व अप्रैल महीने के पहले सप्ताह में प्रयागराज जोन के एडीजी की सर्विलांस टीम ने फोर्स के साथ छापेमारी की थी। छापा मारकर हथिगवां और कुंडा इलाके में करोड़ों रुपये की अवैध शराब बरामद की गई थी। हथिगवां थाना क्षेत्र के नौबस्ता गांव में अवैध शराब की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया था, जिसमें करोड़ों रुपये की शराब बरामद हुई थी। दोनों मामलों में 65 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
कई पुलिस अधिकारी हुए थे निलंबित
उस मामले में अब तक पुलिस अवैध कारोबारी संजय सिंह सहित तीन दर्जन से अधिक लोगों को जेल भेज चुकी है। शराब के अवैध कारोबार पर अंकुश न लगाने पर कुंडा कोतवाल डीपी सिंह, सीओ जितेंद्र सिंह परिहार, एएसपी पश्चिमी दिनेश द्विवेदी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई थी। उन्हें निलंबित कर दिया गया था।
यही नहीं, यहां करीब छह महीने पहले जहरीली शराब पीने से दर्जन भर लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में नवाबगंज और उदयपुर एसओ, कुंडा के आबकारी निरीक्षक निलंबित कर दिए गए थे। लगातार कार्रवाई के बाद भी जिले में अवैध व नकली शराब का कारोबार थम नहीं रहा है। कुछ अवैध शराब के कारोबारियों को सियासी संरक्षण भी प्राप्त है। एक कारोबारी तो जिला पंचायत सदस्य भी रह चुका है।
अब फतनपुर थाना इलाके में नकली शराब बरामद
शराब के अवैध कारोबार पर अंकुश न लगने की वजह से ही जिले के फतनपुर थाना क्षेत्र के कनेवरा गांव में स्थित देशी शराब के ठेके पर आबकारी विभाग प्रयागराज की टीम ने शुक्रवार देर रात छापेमारी की। इस दौरान चार ड्रम नकली शराब बरामद किया गया। इस पर थाने पहुंचे रानीगंज विधायक धीरज ओझा ने फर्जी कार्रवाई का आरोप लगाकर आबकारी टीम के अफसरों से नोकझोंक भी की। बता दें कि यह ठेका रानीगंज विधायक धीरज ओझा के करीबी पूर्व ब्लाक प्रमुख राकेश सरोज के समर्थक का है। आबकारी टीम शनिवार को सुबह फतनपुर थाने में लिखापढ़ी कर रही थी, तभी रानीगंज विधायक धीरज ओझा समर्थकों के साथ फतनपुर थाने पहुंचे और फर्जी कार्रवाई का आरोप लगाकर आबकारी टीम से नोकझोंक करने लगे।