प्रशिक्षण के दूसरे दिन भाषा सिखाने और उपचारात्मक शिक्षण की रणनीतियों पर हुई चर्चा
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पुखरायां में निपुण भारत मिशन के तहत जारी एफएलएन एवं एनसीईआरटी आधारित पुस्तकों के प्रशिक्षण के द्वितीय दिन रिमीडियल शिक्षण और भाषा सीखने की रणनीतियों पर व्यापक चर्चा हुई।

कानपुर देहात। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पुखरायां में निपुण भारत मिशन के तहत जारी एफएलएन एवं एनसीईआरटी आधारित पुस्तकों के प्रशिक्षण के द्वितीय दिन रिमीडियल शिक्षण और भाषा सीखने की रणनीतियों पर व्यापक चर्चा हुई। द्वितीय दिन के प्रशिक्षण का निरीक्षण करने डायट पहुंचे बीएसए अजय कुमार मिश्रा ने सभी प्रतिभागियों से गंभीरता के साथ प्रशिक्षण लेने और परियोजना द्वारा उपलब्ध विषयवस्तु को बीआरसी स्तर के प्रशिक्षण तक अक्षरस: पहुंचाने के निर्देश दिए।
एसआरजी संत कुमार दीक्षित ने बताया कि शिक्षक संदर्शिका के अनुसार शिक्षण करते हुए पीछे छूट रहे बच्चों का आकलन कर उनके लिए उपचारात्मक योजनाएं बनाकर शिक्षण कराते हुए उन्हें कक्षा के अन्य बच्चों के समकक्ष लाने का प्रयास करें। आपकी कक्षा पूरी तरह से समावेशी हो जिसमें शारीरिक, सामाजिक और लैंगिक भेदभाव ना करते हुए सभी को शिक्षण के समान अवसर उपलब्ध हो।
एसआरजी अनंत त्रिवेदी ने बताया कि शासन द्वारा प्रत्येक छात्र को जो निशुल्क पाठ्य पुस्तके और कार्यपुस्तिकाएं उपलब्ध कराई गई हैं, शिक्षक कक्षा शिक्षण में उनका समुचित रूप से उपयोग करते हुए बच्चों के लिए निर्धारित दक्षता को हासिल करने का प्रयास करें। इस दौरान डीसी सौरभ श्रीवास्तव, डायट मेंटर जगदंबा त्रिपाठी, विपिन कुमार शांत, ब्लॉक स्तरीय संदर्भ दाता कंचन कामिनी, मानवेंद्र सिंह, हर्षा नागपाल, महाराज सिंह, प्रतीक्षा त्रिपाठी, अश्वनी कटियार, प्रदीप निरंजन, सोनू सिंह, बृजेश सिंह राजावत, अंकित मिश्रा आदि उपस्थित रहे।
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