प्रेम-प्रसंग में भांजे और मामी ने मिलकर की हत्या, 10 महीने बाद हुआ खुलासा
10 महीने बाद चौकी इंचार्ज शेर सिंह की सूझबूझ से हुआ खुलासा

- प्रेम-प्रसंग के चलते भांजे अमित और उसकी मामी लक्ष्मी ने मिलकर शिववीर सिंह की हत्या कर दी।
- आरोपियों ने शराब के नशे में सो रहे शिववीर के सिर पर सब्बल से कई वार किए और उन्हें मरा हुआ जानकर बगिया में दफना दिया।
- हत्या की इस गुत्थी को 10 महीने बाद सीढ़ी चौकी इंचार्ज शेर सिंह और उनकी टीम ने सुलझाया।
- पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनकी निशानदेही पर सब्बल, फावड़ा और मृतक के कंकाल के टुकड़े बरामद किए।
- आरोपियों ने शव को गलाने के लिए नमक का इस्तेमाल किया और बाद में हड्डियों को नहर में फेंक दिया।
कानपुर नगर। गुजरात में नौकरी करने वाले एक शख्स की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। चौंकाने वाली बात यह है कि हत्या का आरोप मृतक की पत्नी और उसके सगे भांजे पर लगा है। सीढ़ी चौकी इंचार्ज शेर सिंह की तत्परता और सूझबूझ से करीब 10 महीने बाद इस जघन्य अपराध का खुलासा हो सका।
प्रेम-प्रसंग बना हत्या की वजह पुलिस के अनुसार, बाँदा निवासी शिववीर सिंह अपनी बहन के घर कानपुर के लालूपुर गाँव में रहते थे। इसी दौरान उनकी पत्नी लक्ष्मी देवी का उनके भांजे अमित सिंह से प्रेम-प्रसंग शुरू हो गया। जब शिववीर को इसका पता चला, तो रिश्तों में खटास आ गई। इसके बाद लक्ष्मी और अमित ने मिलकर शिववीर को रास्ते से हटाने की साजिश रची।
वारदात और साक्ष्य छुपाने की कोशिश 2 नवंबर 2024 की रात, जब शिववीर शराब के नशे में सो रहे थे, तो दोनों ने लोहे के सब्बल से उनके सिर पर कई वार किए। इसके बाद वे शिववीर को घसीटकर घर के पास एक बगिया में ले गए और दोबारा उन पर वार कर उनकी हत्या कर दी। अगले दिन उन्होंने बच्चों को झूठ बोला कि उनके पिता गुजरात चले गए हैं। इसके बाद दोनों ने मिलकर शव को उसी बगिया में दफना दिया और नमक डालकर उसे गलाने की कोशिश की। कुछ दिन बाद जब हड्डियाँ बाहर आने लगीं, तो उन्होंने उन्हें नहर में फेंक दिया।
पुलिस की कार्रवाई से हुआ खुलासा करीब 10 महीने तक यह मामला छिपा रहा, जब तक कि मृतक की मां सावित्री देवी ने पुलिस से संपर्क नहीं किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए, सीढ़ी चौकी इंचार्ज शेर सिंह और उनकी टीम ने तुरंत कार्रवाई की। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने 7 सितंबर 2025 को दोनों आरोपियों, लक्ष्मी देवी और अमित सिंह को गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने सब्बल, फावड़ा और मृतक के कंकाल के टुकड़े बरामद किए। दोनों के खिलाफ हत्या और सबूत मिटाने जैसी धाराओं में केस दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है।
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