इस प्रकार घटित हुई घटना

दक्षिणी गौतमनगर मोहल्ला निवासी डाॅ. नवल दुबे के बड़े बेटे डाॅ. आलोक दुबे मकान की दूसरी मंजिल में रहते हैं जबकि 40 वर्षीय छोटे बेटे अधिवक्ता मयंक दुबे नीचे रहते हैं। बताते हैं कि रविवार देर रात आपसी कहासुनी को लेकर दोनों भाइयों के बीच बहस शुरू हो गई। विवाद बढऩे पर बड़े भाई ने छोटे भाई मयंक दुबे पर लाइसेंसी पिस्टल से फायर कर दिया। अधिवक्ता के दोनों पैरों में गोली लगने से वह कमरे में गिर गए। सूचना मिलने पर शहर कोतवाल रवींद्र श्रीवास्तव मय पीआरवी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और अधिवक्ता के बयान पर आरोपित डॉक्टर आलोक दुबे को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त लाइसेंस पिस्टल बरामद कर ली। हरिहरगंज चौकी इंचार्ज विजय त्रिवेदी ने बताया  कि छानबीन में स्पष्ट हुआ है कि दोनों भाइयों के बीच अपशब्दों के प्रयोग को लेकर कहासुनी हुई थी जिसमें बड़े ने आवेश में आकर छोटे को गोली मार दी। घायल को यहां से रेफर कर दिया गया है

लोड पिस्टल की सफाई करने में हुआ फायर 

डॉ. आलोक दुबे ने कहा कि वह अपने छोटे भाई मयंक के साथ बातचीत कर रहे थे तो छोटे भाई ने कहा कि कभी कभी पिस्टल की सफाई भी जरूरी है इसलिए वह लोड पिस्टल की सफाई करने लगा, तभी अचानक फायर हो गया जिससे छोटे भाई पैर में गोली जा लगी, विवाद जैसी कोई बात नहीं है।