बच्चों को दो बूंद जिंदगी की पोलियो की दवा पिलाकर अभियान की शुरआत की गई
मलासा विकासखंड के निगोही गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में रविवार को पल्स पोलियो अभियान के तहत पोलियो बूथ पर बच्चों को दो बूंद जिंदगी की पोलियो की दवा पिलाकर अभियान की शुरुवात की गई।इस अवसर पर लोगों को पल्स पोलियो की दवा के बारे में बताते हुए जागरूक किया गया।
ब्रजेंद्र तिवारी, पुखराया।मलासा विकासखंड के निगोही गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में रविवार को पल्स पोलियो अभियान के तहत पोलियो बूथ पर बच्चों को दो बूंद जिंदगी की पोलियो की दवा पिलाकर अभियान की शुरुवात की गई।इस अवसर पर लोगों को पल्स पोलियो की दवा के बारे में बताते हुए जागरूक किया गया।
बताते चलें कि बच्चों को पोलियो नामक बीमारी से बचाने के लिए भारत में इस अभियान की शुरुवात दो अक्टूबर 1995 से हुई थी।इसके बाद भारत 27 मार्च को पोलियो से मुक्त हो गया था।आखिर मामला पश्चिम बंगाल में 2013 में आया था।उसके बाद इसका कोई केस सामने नहीं आया।भारत में कई नामचीन लोग,बॉलीवुड और क्रिकेट जगत की हस्तियां भी इस अभियान का हिस्सा है।
इसके साथ प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री भी इस अभियान से जुड़ते हैं।रविवार को कानपुर देहात जनपद में जिलाधिकारी आलोक सिंह ने बच्चों को पोलियो की दवा पिलाकर अभियान की शुरुवात की।इसी के तहत मलासा विकासखंड के निगोही गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में सुपरवाइजर कुलदीप सचान ने बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई।इस अवसर पर लोगों को जागरूक करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा लगातार पल्स पोलियो अभियान चलाया जा रहा है ताकि कोई भी बच्चा पोलियो ग्रसित न हो।भारत को साल 2011 में पल्स पोलियो मुक्त भारत का सर्टिफिकेट मिल चुका है जिसे बरकरार रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार पल्स पोलियो अभियान चलाया जा रहा है।इस मौके पर एएनएम शशि,प्रधानाध्यापक दिनेश कुमार,आशा विनीता देवी,निशा सिंह आदि मौजूद रहे।