बजरंग रामलीला में दशरथ मरण, भरत मिलाप लीला देख दर्शक हुए भावुक
कस्बे के सुखाई तालाब स्थित बजरंग रामलीला में सप्तम दिवस में शनिवार को दशरथ मरण व राम भरत मिलाप लीला का सुंदर मंचन किया गया।
ब्रजेंद्र तिवारी, पुखरायां। कस्बे के सुखाई तालाब स्थित बजरंग रामलीला में सप्तम दिवस में शनिवार को दशरथ मरण व राम भरत मिलाप लीला का सुंदर मंचन किया गया। जिसे देख दर्शक भावुक हो गए।शनिवार को बजरंग रामलीला में लीला का मंचन करते हुए कलाकारों ने दिखाया कि राम वनवास के बाद शैय्या पर लेटे महाराज दशरथ युवावस्था में मिले श्राप की बात रानियों को बताते हैं। वहीं राम,लक्ष्मण सीता के वन जाने का समाचार सुनकर दशरथ अपने प्राण त्याग देते हैं।तत्पश्चात कुलगुरु वशिष्ठ दूत भेजकर ननिहाल से भरत व शत्रुघ्न को बुलवाते हैं।
अयोध्या आकर भरत अपनी मां कैकेई को बुरा भला कहते हैं और बनवासी वेश में भगवान राम को मनाने चित्रकूट जाते हैं।भगवान राम के न लौटने पर उनकी चरण पादुका लेकर अयोध्या वापस आते हैं।लीला देख दर्शक भावुक हो जाते हैं।
इस मौके पर व्यास मुनीश नादान,पवन मस्ताना,राहुल,रामलीला समिति के अध्यक्ष विमल सचान लालू,प्रबंधक गोपाल अग्निहोत्री, उपाध्यक्ष हर्ष गुप्ता,महामंत्री संजय सचान,सुनील सचान,शुशील सचान,रामकिशोर गुप्ता,मनोज शुक्ला,नरेश सचान,सुमित कुमार समेत बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद रहे।