बजरंग रामलीला में बाली वध,लंका दहन लीला देख दर्शक हुए मंत्रमुग्ध
कस्बे के सुखाई तालाब स्थित बजरंग रामलीला में मंगलवार को बाली वध,लंका दहन लीला का सुंदर मंचन किया गया।
- बाली के दरबार में नृत्यांगनाओं के सुंदर नृत्य ने सभी को रिझाया
ब्रजेंद्र तिवारी, पुखरायां। कस्बे के सुखाई तालाब स्थित बजरंग रामलीला में मंगलवार को बाली वध,लंका दहन लीला का सुंदर मंचन किया गया।जिसे देख दर्शक भावविभोर हो गए।वहीं इस अवसर पर बाली के दरबार में नृत्यांगनाओं की सुंदर प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया।
मंगलवार को बजरंग रामलीला में लीला का मंचन करते हुए कलाकारों ने दिखाया कि सीता की खोज के लिए वन में घूम रहे राम लक्ष्मण की मुलाकात हनुमान जी से होती है।हनुमान जी ने कंधों पर राम और लक्ष्मण को बैठाया और सुग्रीव के पास ले गए।जहां अग्नि को साक्षी मानकर दोनों ने मित्रता निभाने का वचन लिया।
सुग्रीव से पर्वत पर रहने का कारण पूंछकर श्रीराम के कहने पर सुग्रीव ने बाली को युद्ध के लिए ललकारा।सुग्रीव और बाली के बीच जोरदार संवाद और युद्ध चला।तत्पश्चात प्रभु श्रीराम ने बाली का वध किया।इसके बाद सुग्रीव ने माता सीता की खोज के लिए हनुमान जी को भेजा।हनुमान जी ने लंका पहुंचकर अशोक वाटिका में माता सीता को राम जी का संदेश दिया।हनुमान द्वारा वाटिका उजाड़ने की सूचना मिलते अक्षय कुमार वाटिका पहुंचे।जहां हनुमान और अक्षय कुमार के बीच युद्ध हुआ।
इसके बाद मेघनाद युद्ध करने पहुंचा।मेघनाद ने हनुमान जी को बांधकर रावण के दरबार में लाया।रावण की आज्ञा से हनुमान की पूंछ में आग लगाई।हनुमान जी ने उछल कूद कर पूरी लंका जला दी।वहीं इस दौरान महाराज बाली के दरबार में नृत्यांगनाओं ने सुंदर नृत्य प्रस्तुत कर सभी को रिझाया।लीला में राम का अभिनय सुनील ने,लक्ष्मण का कुंज बिहारी ने,सुग्रीव का सुरेंद्र आचार्य ने,हनुमान का महेश ने तथा बाली का अभिनय मुकेश ने किया।
वहीं व्यास की भूमिका कैलाश मस्ताना ने निभाई।इस मौके पर पवन मस्ताना,राहुल, कमेटी अध्यक्ष विमल सचान लालू, प्रबंधक गोपाल अग्निहोत्री, उपाध्यक्ष हर्ष गुप्ता, महामंत्री संजय सचान,सुनील सचान, सुशील सचान,रामकिशोर गुप्ता, मनोज शुक्ला,नरेश सचान, सुमित कुमार,शिक्षक महेंद्र पाल सिंह समेत बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद रहे।