बजरंग रामलीला में सीता हरण, जटायु मिलन,शबरी उद्धार लीला देख दर्शक हुए भावविभोर
पुखरायां कस्बे में चल रही बजरंग रामलीला के आठवें दिवस में सोमवार को कलाकारों द्वारा सीता हरण,जटायु मिलन तथा सबरी उद्धार लीला का सुंदर मंचन किया गया।
ब्रजेंद्र तिवारी, पुखरायां। पुखरायां कस्बे में चल रही बजरंग रामलीला के आठवें दिवस में सोमवार को कलाकारों द्वारा सीता हरण,जटायु मिलन तथा सबरी उद्धार लीला का सुंदर मंचन किया गया।जिसे देख दर्शक भावविभोर हो गए।सोमवार को बजरंग रामलीला में लीला का मंचन करते हुए कलाकारों ने दिखाया कि सोने का मृग देख,सीता जी ने उसे पाने की जिद की।
भगवान राम ने मृग का पीछा किया और माया रूपी मृग भगवान राम को काफी दूर जंगल में ले गया।श्रीराम की मदद के लिए माता सीता ने लक्ष्मण को भेजा।लक्ष्मण ने जाते समय कुटिया के चारों ओर धनुष से रेखा खींच दी और मां सीता से उसके पार न जाने को कहा।लक्ष्मण के जाते ही रावण ब्राह्मण वेश में पहुंचा और भिक्षा के बहाने सीता का हरण कर लिया।सीता की खोज में निकले राम पहले जटायु को मोक्ष देते हैं फिर शबरी के यहां पहुंचते हैं।
लीला देख दर्शक भावविभोर हो गए।इस मौके पर पवन मस्ताना,राहुल,कमेटी अध्यक्ष विमल सचान लालू, प्रबंधक गोपाल अग्निहोत्री, उपाध्यक्ष हर्ष गुप्ता,महामंत्री संजय सचान, सुनील सचान,सुशील सचान, रामकिशोर गुप्ता,मनोज शुक्ला, नरेश सचान,सुमित कुमार शिक्षक महेंद्र पाल सिंह समेत बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद रहे।