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एजेंसी, सीतापुर। उत्तर प्रदेश में आदमखोर भेड़ियों का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है।बहराइच के बाद सीतापुर में भी आदमखोर भेड़िये के हमले से लोगों में दहशत फैल गई है।जिले के सदरपुर थाना क्षेत्र में तीन दिन के अंतराल पर भेड़िए ने कई लोगों पर ताबड़तोड़ हमले किए हैं।भेड़िए के हमले में एक वृद्धा की मौत हो गई जबकि चार बच्चों समेत पांच लोग बुरी तरह से जख्मी हुए हैं। एक बकरे को भी भेड़िए ने निवाला बनाया है।आदमखोर भेड़िया इलाके में आतंक का पर्याय बना हुआ है।लोग झुंड बनाकर लाठी-डंडों से लैस होकर बाहर निकल रहे हैं।बच्चों और जानवरों को घरों में कैद कर रखा है। वहीं वन विभाग घटनाओं से अनभिज्ञता जता रहा है।
बहराइच में आदमखोर भेड़ियों ने पिछले काफी दिनों से आतंक मचा रखा है।भेड़ियों के हमलों की गूंज मुख्यमंत्री के दरबार तक पहुंच चुकी है।बहराइच से सटे सीतापुर जिले में भी अब आदमखोर भेड़िए की आमद हो गई है।सदरपुर थाना क्षेत्र में पिछले तीन दिनों से भेड़िए की दहशत है।भेड़िए ने यहां मासूमों समेत कई लोगों पर ताबड़तोड़ हमले किए हैं। सबसे पहले सोमवार की शाम भेड़िए ने एक वृद्धा को शिकार बनाया।भरथरी गांव की रहने वाली 80 वर्षीय सैफुल्ला पर भेड़िए ने उस समय हमला किया जब वह शौच के लिए अकेली खेतों की ओर गई थी।भेड़िए के हमले में बुजुर्ग सैफुल्ला की मौके पर ही मौत हो गई।
मृतका सैफुल्ला के दामाद शरीफ ने बताया कि एक ही बेटी होने के कारण वह अकेली ही रहती थी। काफी देर तक जब वह नित्यक्रिया से वापस नहीं लौटी तो पड़ोसियों को चिंता हुई। तलाश करने पर गांव के बाहर वृद्धा का शव पड़ा मिला।गले पर पंजे के निशान थे।शरीफ ने बताया कि वन विभाग व पुलिस को सूचना दिए बगैर अंतिम संस्कार कर दिया था।
अगले दिन इसी गांव के वसीम का लड़का बकरा चराने खेत गया था। वसीम ने बताया कि अचानक भेड़िए ने बकरे पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।भेड़िया देख सभी भाग खड़े हुए। धरमपुर के अतीक ने बताया कि दोपहर के समय आम की बाग में उसे भेड़िया दिखाई दिया। इस पर शोर मचाते हुए वह गांव की तरफ भागा। गांव से लोगों को आते देख भेड़िया खेतों में घुस गया।
शौच गई 50 वर्षीय कैसरजहां,पीपा पुल पर जा रहे 35 वर्षीय मोहम्मद शफी,नदी के किनारे खेल रहे 6 वर्षीय सरफराज,3 वर्षीय नाहिद, बाजार के पास 10 वर्षीय मंजीत और 8 वर्षीय कन्हैया पर एक के बाद एक सिलसिलेवार हमले भेड़िए ने किए। यह सभी भेड़िए के हमले में घायल हुए हैं।
वन क्षेत्राधिकारी विक्रम जीत सिंह का कहना है कि ग्रामीणों ने इन घटनाओं की कोई सूचना नहीं दी। अगर सूचना देते तो विभाग कार्यवाही जरूर करता। इन सभी मामलों की जांच करवाएंगे। एक टीम भेजकर पूरे मामले की विस्तृत जांच कराई जाएगी।
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