बांदा, अमन यात्रा। बच्चा जन्म लेता है तब एक मां को इतनी खुशी मिलती है कि वो उसे नौ माह तक कोख में रखने का दर्द तक भूल जाती है। उस बच्चे को हमेशा सीने से चिपकाकर रखती है और अपना सारा प्यार उसपर न्यौछावर कर देती है। मां के इस अंतहीन प्रेम का कोई आकलन नहीं किया जा सकता है। लेकिन, जब एक मां अपने उस कलेजे के टुकड़े का गला घोट दे तो निश्चित ही घटना दिल दहला देती है। ऐसी ही घटना बांदा जिले में सामने आई है, जहां एक मां ने अपने दो साल के बेटे का गाला घोटकर मौत के घाट उतार दिया है। देखने वाले भी कह रहे हैं कि कैसी थी वो मां जिसके हाथ मासूम बेटे का गला घोटने में जरा भी नहीं कांपे। बिसंडा थाना क्षेत्र के सिंहपुर गांव के मजरा इमिलियापुरवा में हृदय विदारक इस वारदात ने सभी को झकझोर दिया है। पुलिस ने घटना की छानबीन शुरू करने के साथ आरोपित मां को गिरफ्तार कर लिया है।
तीन साल पहले हुई थी शादी
चित्रकूट जिले के बहिलपुर थाना क्षेत्र के माराचंदा गांव निवासी विजय यादव की 2018 में इमिलियापुरवा निवासी निर्मला यादव से तीन साल पहले शादी हुई थी। दोनों के 22 माह का पुत्र आशीष था। छह माह पूर्व किसी बात को लेकर पति-पत्नी में विवाद हुआ, जिसके बाद निर्मला अपने पिता चुनबाद के पास आकर रहने लगी थी। उसकी मां की पहले ही मौत हो चुकी है। पंद्रह दिन पहले विजय अपने बेटे को लेने आया था लेकिन निर्मला ने साथ जाने से मना कर दिया था।
मां ने नहीं बताई वजह
मंगलवार सुबह घर आए पड़ोसी ने मासूम आशीष को आंगन में चारपाई पर मृत हालत में पड़ा देखा। वहीं पास एक कोने में निर्मला गुमसुम बैठी थी, जब पड़ोसी ने पूछा तो उसने बेटे की गला घोटकर हत्या करने की बात बताई। इसकी जानकारी होते ही गांव में लोग सन्न रह गए और भीड़ लग गई। हर कोई उस अभागी मां को कोसता रहा जिसके हाथ अपने कलेजे के टुकड़े को मार डालने में नहीं कांपे।
सूचना पर सीओ सियाराम व थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह पुलिस बल के साथ पहुंचे। निर्मला ने बेटे की हत्या को स्वीकार करते हुए वजह बताने से इन्कार कर दिया। सीओ ने बताया कि पति विजय यादव की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करके आरोपित महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। विजय ने बताया कि शादी के बाद ज्यादातर निर्मला अपने मायके में रहती थी। इसी बात को लेकर विवाद होता था।