अमन यात्रा , कानपुर देहात। बीएसए ने सोमवार को आधा दर्जन परिषदीय स्कूलों का निरीक्षण किया। कई स्कूलों में उन्होंने बच्चों से प्रश्न पूछकर शैक्षिक स्तर को परखा, जिन बच्चों ने सटीक आंसर दिए उनकी उन्होंने पीठ थपथपाई। वहीं निरीक्षण में घटिया प्रदर्शन करने वाले स्कूलों के जिम्मेदारों को कार्यवाही की जद में लिया। बीएसए के प्रतिदिन निरीक्षण से शिक्षक-शिक्षिकाओं के होश गुम रहे। बीएसए ने सोमवार को प्राथमिक विद्यालय बुधौली, प्राथमिक विद्यालय दुर्राजपुर, प्राथमिक विद्यालय दौड़ियापुर, प्राथमिक विद्यालय जगैयापुर, प्राथमिक विद्यालय सिमटामऊ, प्राथमिक विद्यालय मोहम्मदपुर निवादा में औचक निरीक्षण किया जिसमें प्राथमिक विद्यालय बुधौली में शैक्षणिक गुणवत्ता अत्यंत खराब पाई गई।
विद्यालय में निपुण तालिका भी कंप्लीट नहीं मिली। वहां एआरपी द्वारा सुपरविजन भी प्रभावी तरीके से नहीं किया जा रहा है। विद्यालय का शौचालय साफ सुथरा नहीं पाया गया, विद्यालय की शिक्षिकाओं से निपुण लक्ष्य पूछने पर वह नहीं बता नहीं पाईं। प्राथमिक विद्यालय दुर्जापुर में हमारे शिक्षक बोर्ड मानक अनुरूप नहीं पाया गया। निपुण तालिका नहीं भरी जा रही है शिक्षा की गुणवत्ता का स्तर निम्न पाया गया। प्राथमिक विद्यालय दौड़ियापुर में 27 बच्चों के सापेक्ष 19 बच्चे उपस्थित थे। विद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता ठीक पाई गई परंतु हमारे शिक्षक बोर्ड मानक अनुसार नहीं मिला। कक्षा कक्ष में टीएलएम का प्रयोग है परंतु उसका बच्चों के लिए प्रयोग नहीं किया जा रहा है। प्राथमिक विद्यालय जगैयापुर में 37 बच्चों के सापेक्ष 24 बच्चे उपस्थित मिले और इंचार्ज प्रधानाध्यापक हरिओम दिक्षित द्वारा टीएलएम पर अच्छा कार्य किया गया परंतु शिक्षक गुणवत्ता में सुधार की आवश्यकता है। प्राथमिक विद्यालय सिमटामऊ में शिक्षा की गुणवत्ता संतोषजनक नहीं पाई गई और बच्चों द्वारा अवगत कराया गया कि दूध का वितरण भी कभी नहीं किया जाता है।
प्रधानाध्यापक सुरेंद्र कटियार बिना सूचना अनुपस्थित पाए गए जबकि विद्यालय उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर करके चले गए थे। निपुण तालिका नहीं भरी जा रही हैं, शिक्षण योजना नहीं बनाई गई है, कंपोजिट ग्रांट के बिल मांगे जाने पर बिल नहीं प्रस्तुत किए गए। प्राथमिक विद्यालय मोहम्मदपुर निवादा में 32 बच्चे के सापेक्ष 28 बच्चे उपस्थित मिले। संगीता शुक्ला इंचार्ज प्रधानाध्यापिका, प्रज्ञा सहायक अध्यापिका द्वारा शिक्षा गुणवत्ता में सुधार हेतु प्रयास किया जा रहा है परंतु शैक्षिक स्तर कमजोर मिला।
इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने कहा कि स्कूलों में बेहतर पठन-पाठन का माहौल बनाने के लिए औचक निरीक्षण किया जा रहा है। जहां भी कमियां मिल रही हैं वहां के प्रधानाध्यापक और संबंधित शिक्षकों से जवाब तलब किया जा रहा है। सिग्नेचर करके गायब रहने वाले शिक्षक का वेतन अग्रिम आदेशों तक के लिए अवरुद्ध कर दिया है। सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह गायब रहने वाले शिक्षकों पर नकेल कसें।