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बीएसए ने सभी पौधों की जियो टैगिंग करने के प्रधानाध्यापकों को दिए निर्देश

जिले में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित कुल 1925 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक, कंपोजिट विद्यालयों में लगाए गए पौधों की जियो टैगिंग करने के निर्देश दिए गए हैं। डिजिटल क्रांति के युग में चीजें तेजी के साथ बदल रही हैं। कई क्षेत्रों में निगरानी को भी तकनीक आधारित कर दिया गया है।

Story Highlights
  • जियो टैगिंग से की जायेगी लगाए गए पौधों की निगरानी
  • 15 अगस्त को भी होगा वृक्षारोपण
  • परिषदीय विद्यालयों में लगाए गए पौधों की करनी होगी जियो टैगिंग

अमन यात्रा, कानपुर देहात। जिले में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित कुल 1925 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक, कंपोजिट विद्यालयों में लगाए गए पौधों की जियो टैगिंग करने के निर्देश दिए गए हैं। डिजिटल क्रांति के युग में चीजें तेजी के साथ बदल रही हैं। कई क्षेत्रों में निगरानी को भी तकनीक आधारित कर दिया गया है। सरकारी योजनाओं की निगरानी के लिए जियो टैगिंग कराया जाना आम हो गया है। विभिन्न विभागों के विकास कार्यों की प्रगति जानने के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है।

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इसके सकारात्मक नतीजे भी सामने आ रहे हैं। 22 जुलाई 2023 को वृक्षारोपण अभियान के तहत स्कूलों में जिन पौधों को शिक्षकों अनुदेशकों शिक्षामित्रों एवं अन्य कर्मचारियों द्वारा लगाया गया था अब उन पौधों की जियो टैगिंग किए जाने के निर्देश सचिव प्रताप सिंह बघेल ने सभी जनपदों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को दिए हैं। इसका उद्देश्य यह है कि इससे लगाए गए पौधों का सत्यापन होगा और दूसरा जहां पौधे लगाए गए उसकी लोकेशन की जानकारी मिल सकेगी। इससे कोई भी पौधे लगाए जाने की झूठी जानकारी भी नहीं देगा। बेसिक शिक्षा विभाग ने 31 जुलाई तक पौधों की जियो टैगिंग कराने की अंतिम तिथि निर्धारित की है ताकि द्वितीय चरण में 15 अगस्त को जो वृक्षारोपण करवाया जाना है उससे पहले रोपित किए गए पौधों की सटीक जानकारी प्राप्त हो सके। आने वाले दिनों में यह भी देखा जाएगा कि कितने पौधे रोपाई के बाद बचे है और कितने नष्ट हो गए हैं ताकि उनकी जगह पर नए पौधे लगाए जा सके। बताते चलें आमतौर पर पौधों को रोपित करने के बाद उनकी देखभाल की चिंता शायद ही कोई करता हो लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। विभागों की ओर से कराए जाने वाले पौधरोपण की हकीकत जानने के लिए पौधों की बकायदा जियो टैगिंग कराई जाएगी।

 

विशेष साफ्टवेयर में पौधारोपण स्थलों की जानकारी अपलोड करने के बाद सीधे यह लखनऊ स्थित कमांड सेंटर पहुंच जाएगी। इस व्यवस्था की निगरानी को अलग से टीम बनाई गई है। इससे सभी विभागों की पौधों की देख-भाल को लेकर जिम्मेदारी भी तय हो सकेगी।जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने बताया कि यह कदम शासन के निर्देश पर उठाया जा रहा है। वृक्षारोपण अभियान 2023 को लक्ष्य तक पहुचाने, शासन के धन के सही प्रयोग व पर्यावरण को बेहतर करने के लिए जियो टैगिंग का कार्य किया जा रहा है। इसमें सहयोग करना सभी शिक्षकों का दायित्व है।

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Author: anas quraishi

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