UPSSSC होम्योपैथिक फार्मासिस्ट भर्ती के लिए अंतिम चयन परिणाम जारी, 414 अभ्यर्थी सफल
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) ने निदेशक होम्योपैथी के अधीन होम्योपैथिक फार्मासिस्ट के रिक्त 420 पदों पर भर्ती के लिए अंतिम चयन परिणाम घोषित कर दिया है। लिखित परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की अर्हता व अभिलेखों के परीक्षण के बाद आयोग ने कुल 414 अभ्यर्थियों के अंतिम चयन परिणाम को मंजूरी देते हुए उसे जारी कर दिया है।
लखनऊ,अमन यात्रा । उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) ने निदेशक होम्योपैथी के अधीन होम्योपैथिक फार्मासिस्ट के रिक्त 420 पदों पर भर्ती के लिए अंतिम चयन परिणाम घोषित कर दिया है। लिखित परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की अर्हता व अभिलेखों के परीक्षण के बाद आयोग ने कुल 414 अभ्यर्थियों के अंतिम चयन परिणाम को मंजूरी देते हुए उसे जारी कर दिया है। चयनित अभ्यर्थियों के श्रेणीवार कट आफ अंक भी जारी कर दिए गए हैं। आयोग की वेबसाइट upsssc.gov.in पर परिणाम देखा जा सकता है।
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव आशुतोष मोहन अग्निहोत्री ने बताया कि 414 चयनित अभ्यर्थियों में अनारक्षित श्रेणी के 183 तथा आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के बचे 37 पद यानी कुल 220, अनुसूचित जाति के दो, अन्य पिछड़ा वर्ग के 113 व आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के चार अभ्यर्थी शामिल हैं। क्षैतिज आरक्षण के तहत चयनित अभ्यर्थी अपनी-अपनी मूल श्रेणी में शामिल हैं। अंतिम चयन परिणाम में 11 अभ्यर्थियों को प्राविजनल तौर पर चयनित किया गया है।
उन्होंने बताया कि विज्ञापन में आवेदन के लिए निर्धारित तिथि 18 मार्च, 2019 के बाद होम्योपैथिक मेडिसिन बोर्ड में पंजीकरण कराने वाले या अर्हताधारित करने वाले अभ्यर्थियों को परिणाम से अलग रखा गया है। होम्योपैथिक फार्मासिस्ट पद के लिए निर्धारित अनिवार्य अर्हता दो वर्षीय होम्योपैथिक फार्मासिस्ट डिप्लोमा के बजाय अन्य अर्हताधारित अभ्यर्थियों को भी परिणाम से अलग रखा गया है। अंतिम चयन परिणाम आयोग की वेबसाइट पर भी अपलोड कर दिया गया है।
फार्मासिस्ट के पदों पर भर्ती के लिए वर्ष 2019 में आवेदन फार्म जारी किए गए थे। लिखित परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की अर्हता व अभिलेखों का परीक्षण करने के बाद अंतिम परिणाम घोषित नहीं हो पा रहा था। फार्मासिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील यादव का कहना है कि अंतिम परिणाम जारी करने को लेकर कई बार अभ्यर्थियों ने विरोध में प्रदर्शन किया। आखिरकार उन्हें राहत मिल गई।