बेसिक शिक्षकों की पदोन्नति प्रक्रिया हुई स्थगित
बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित प्राइमरी शिक्षकों के प्रमोशन की प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई है। इन स्कूलों के शिक्षक करीब 9 साल से प्रमोशन की आस लगाए बैठे हुए थे कानपुर देहात में 223 शिक्षकों की सूची भी जारी की गई थी जिनकी काउंसलिंग भी हो गई थी।
- लंबे समय से प्रमोशन के इंतजार में बैठे थे शिक्षक हाथ लगी निराशा
लखनऊ / कानपुर देहात। बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित प्राइमरी शिक्षकों के प्रमोशन की प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई है। इन स्कूलों के शिक्षक करीब 9 साल से प्रमोशन की आस लगाए बैठे हुए थे कानपुर देहात में 223 शिक्षकों की सूची भी जारी की गई थी जिनकी काउंसलिंग भी हो गई थी। 6 जनवरी को उन्हें विद्यालय का आवंटन होना था कि इसी बीच बेसिक शिक्षा सचिव प्रताप सिंह बघेल ने 12460 सहायक अध्यापक भर्ती का हवाला देते हुए उक्त प्रक्रिया को अग्रिम आदेशों तक के लिए स्थगित कर दिया है जबकि विभाग ने प्रमोशन की पूरी तैयारी कर ली थी।
अनंतिम वरिष्ठता सूची भी जारी कर दी गई थी। जनपद में जूनियर स्कूलों में शिक्षक पूरे नहीं हैं। शिक्षक विभाग पर प्रमोशन का दबाव बना रहे थे इसलिए प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों को जूनियर हाई स्कूलों में भेजने की तैयारी की जा रही थी। इसकी प्रक्रिया चल रही थी। जनपद में 223 शिक्षकों की वरिष्ठता सूची तैयार की गई थी काउंसलिंग प्रक्रिया भी पूर्ण कर ली गई थी। वहीं दूसरी ओर एनसीईआरटी की इस पर आपत्ति भी है। उसका कहना है कि जूनियर सकूलों में जाने वाले शिक्षक टीईटी पास होना चाहिए।
हाईकोर्ट में भी कुछ लोगों ने प्रमोशन को लेकर याचिका दायर कर रखी है जिस पर हाईकोर्ट ने प्रमोशन पर रोक लगा दी है। बेसिक शिक्षा सचिव ने इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षाधिकारी को आदेश दिया है जिसमें प्रमोशन पर रोक लगाई गई है। फिलहाल अब प्रमोशन प्रक्रिया ठंडे बस्ते में जाती दिख रही है।