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बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में नहीं हो रही भर्तियां, बेरोजगार युवा परेशान

उत्तर प्रदेश में जुलाई 2011 में निशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) लागू होने के बाद सात साल तक आठवीं तक के स्कूलों में बम्पर 12 भर्तियां निकलीं गईं लेकिन उसके बाद से जो ब्रेक लगा तो पिछले साढ़े चार साल से सन्नाटा पसरा हुआ है।

Story Highlights
  • डीएलएड और बीएड कोर्स करने में अभ्यर्थी नहीं ले रहे रुचि
  • डीएलएड की सीटें 2.30 लाख, आवेदन मात्र 60 हजार

प्रयागराज / कानपुर देहात। उत्तर प्रदेश में जुलाई 2011 में निशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) लागू होने के बाद सात साल तक आठवीं तक के स्कूलों में बम्पर 12 भर्तियां निकलीं गईं लेकिन उसके बाद से जो ब्रेक लगा तो पिछले साढ़े चार साल से सन्नाटा पसरा हुआ है। प्राथमिक स्कूलों में 137517 शिक्षामित्रों का सहायक अध्यापक पद पर समायोजन 25 जुलाई 2017 को सुप्रीम कोर्ट से निरस्त होने के बाद सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर ही प्रदेश सरकार ने दो चरणों में 68500 और 69000 सहायक अध्यापकों की भर्ती निकाली गई थी।

 

जनवरी 2018 में 68500 और दिसंबर 2018 में 69000 शिक्षक भर्ती शुरू हुई। उसके बाद से कोई भर्ती नहीं आई। परिषदीय स्कूलों से हर साल औसतन 12 हजार शिक्षक सेवानिवृत्त होते हैं। सरकार ने चार साल पहले सुप्रीम कोर्ट में शिक्षकों के 52 हजार पद रिक्त होने की बात स्वीकार की थी। शिक्षक भर्ती न निकलने से 20 लाख से अधिक बीएड और डीएलएड बेरोजगार निराश हैं। अभी हाल ही में डीएलएड की 2.30 लाख सीटों के लिए मात्र 60 हजार आवेदन हुए हैं। ऐसे में डीएलएड संस्थानों पर बंदी का खतरा मंडराने लगा है। अब अगर परिषदीय स्कूलों में कोई बड़ी भर्ती नहीं होती है तो डीएलएड कोर्स कोई भी विद्यार्थी नहीं करेगा।

कब कितने पदों पर आई भर्ती-

शिक्षक भर्ती कब आई-

72825 नवंबर 2011

9770 अक्टूबर 2012

10800 अप्रैल 2013

10000 अक्टूबर 2013

4280 उर्दू भर्ती अगस्त 2013

29334 जुलाई 2013

15000 दिसंबर 2014

3500 उर्दू भर्ती जनवरी 2016

16448 जून 2016

12460 दिसंबर 2016

68500 जनवरी 2018

69000 दिसंबर 2018

AMAN YATRA
Author: AMAN YATRA

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