G-4NBN9P2G16

बेसिक शिक्षा विभाग में बड़ा फेरबदल हुई प्रताप सिंह बघेल की छुट्टी

प्रताप सिंह बघेल को बेसिक शिक्षा परिषद का निदेशक का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है। इसके अलावा उन्हें निदेशक, राज्य शैक्षिक तकनीकी संस्थान की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। इस संबंध में विशेष सचिव अवधेश कुमार तिवारी की तरफ से आदेश जारी किया गया है। प्रताप सिंह बघेल बीते 4 सालों से सचिव बेसिक शिक्षा परिषद के पद पर नियुक्त थे

लखनऊ/कानपुर देहात। प्रताप सिंह बघेल को बेसिक शिक्षा परिषद का निदेशक का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है। इसके अलावा उन्हें निदेशक, राज्य शैक्षिक तकनीकी संस्थान की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। इस संबंध में विशेष सचिव अवधेश कुमार तिवारी की तरफ से आदेश जारी किया गया है। प्रताप सिंह बघेल बीते 4 सालों से सचिव बेसिक शिक्षा परिषद के पद पर नियुक्त थे। महेंद्र के पास बेसिक और माध्यमिक दोनों के निदेशक पद की जिम्मेदारी थी। अब अपर शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) सुरेन्द्र तिवारी को बेसिक शिक्षा सचिव पद का भी अतिरिक्त कार्यभार सौंप दिया गया है। बेसिक शिक्षा विभाग में सचिव रहे प्रताप सिंह बघेल के ट्रांसफर होने के बाद शिक्षकों और कर्मचारियों में काफी खुशी का माहौल है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि सचिव बेसिक शिक्षा के पद पर रहते हुए प्रताप सिंह बघेल ने बीते 4 साल में कर्मचारियों को ट्रांसफर पोस्टिंग के मामले को सबसे ज्यादा लटका के रखा था जिसके कारण कई बार शासन को असहज स्थिति का भी सामना करना पड़ रहा था। बेसिक शिक्षा विभाग के सूत्रों का कहना है कि प्रताप सिंह बघेल जब से सचिव बेसिक शिक्षा बने थे तब से विभाग के शिक्षकों के साथ ही साथ नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल अभ्यर्थी भी उनके कार्य प्रणाली से काफी परेशान थे।

अपने पूरे कार्यकाल के दौरान उन पर विभाग में समय से होने वाले ट्रांसफर पोस्टिंग और वरिष्ठता सूची को सही से जारी नहीं कर पाने के आरोप लगाते रहे हैं। बीते साल ही बेसिक शिक्षा परिषद में ट्रांसफर पोस्टिंग की प्रक्रिया अप्रैल से शुरू हुई थी जो नवंबर माह आने तक भी पूरी नहीं हो पाई थी। इसका सबसे बड़ा कारण विद्यालयों में शिक्षकों की वरिष्ठता सूची तय किया जाना था जिसमें नियमों को लेकर प्रताप सिंह बघेल और शिक्षक संघ के बीच में काफी तनातनी और विवाद के मामले भी सामने आ रहे थे। विभागीय सूत्रों का कहना है कि वही 69000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में 6800 अभ्यर्थी जो आरक्षण की विसंगतियों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं उसमें भी उनके रोल को अहम माना जा रहा है। 6800 शिक्षक अभ्यर्थी आरक्षण विसंगतियों को लेकर प्रताप सिंह बघेल पर अनदेखी करने और सही जानकारी शासन में नहीं रखने का आरोप तक लगा चुके हैं। इसके अलावा उनके कार्यकाल में विभाग को सबसे अधिक मुकदमों का सामना भी करना पड़ा है।

Author: aman yatra

aman yatra

Recent Posts

कानपुर देहात में दर्दनाक हादसा,रोटावेटर की चपेट में आकर युवक की मौत

कानपुर देहात में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। गजनेर थाना क्षेत्र के लोदीपुर गांव में खेत में काम करते… Read More

14 minutes ago

बिग ब्रेकिंग: सेवारत शिक्षकों को टीईटी की अनिवार्यता से मुक्त करने में जुटी योगी सरकार

सुप्रीम कोर्ट की ओर से शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) को शिक्षकों के लिए अनिवार्य किए जाने संबंधी निर्णय पर मुख्यमंत्री… Read More

57 minutes ago

राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रदर्शन और ज्ञापन का दिखा असर

लखनऊ/ कानपुर देहात। सेवारत शिक्षकों के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनिवार्य की गई टीईटी को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने… Read More

2 hours ago

शिक्षकों को न बनाएं राजनीतिक खेल का मोहरा

आज का समाज विचारधाराओं में इस कदर विभाजित है कि हर बात, हर विचार और हर व्यक्ति को किसी न… Read More

2 hours ago

बिग ब्रेकिंग: आयकर रिटर्न भरने के लिए आज एक और मौका

नई दिल्ली/कानपुर देहात। आयकर विभाग ने सोमवार को आईटीआर दाखिल करने के आखिरी दिन रिटर्न भरने में लोगों को हुई… Read More

2 hours ago

कानपुर देहात में वैना नहर में मिले युवक के शव के पोस्टमार्टम में सनसनीखेज खुलासा

पुखरायां।कानपुर देहात के राजपुर थाना क्षेत्र के वैना नहर तिराहे पर मिले एक युवक के शव के पोस्टमार्टम में चौंकाने… Read More

15 hours ago

This website uses cookies.