कानपुर देहातउत्तरप्रदेशफ्रेश न्यूज
कानपुर देहात: रबी फसलों में कीट-रोग नियंत्रण के लिए एडवाइजरी जारी
जिलाधिकारी आलोक सिंह के निर्देशानुसार, जिला कृषि रक्षा अधिकारी राम नरेश ने रबी फसलों में तापमान में गिरावट और आर्द्रता वृद्धि के कारण संभावित कीट और रोगों की रोकथाम हेतु किसानों के लिए फसलवार सुझाव और एडवाइजरी जारी की है।

कानपुर देहात: जिलाधिकारी आलोक सिंह के निर्देशानुसार, जिला कृषि रक्षा अधिकारी राम नरेश ने रबी फसलों में तापमान में गिरावट और आर्द्रता वृद्धि के कारण संभावित कीट और रोगों की रोकथाम हेतु किसानों के लिए फसलवार सुझाव और एडवाइजरी जारी की है।
गेहूँ फसल में रोग-कीट नियंत्रण
- दीमक/गुजिया:
- क्लोरोपाइरीफॉस 20% ई.सी. 2.5 लीटर प्रति हेक्टेयर सिंचाई के पानी के साथ मिलाएं।
- माहू (जैविक नियंत्रण):
- एजाशिरेक्टिन 0.15% ई.सी. 2.5 लीटर प्रति हेक्टेयर, 500-600 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।
- पीली गेरूई:
- प्रोपीकोनाजोल 25% ई.सी. 500 मिली प्रति हेक्टेयर, 600-700 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
- पत्ती धब्बा रोग:
- थायोफीनेट मिथाइल 70% डब्ल्यू.पी. 700 ग्राम या मैन्कोजेब 75% डब्ल्यू.पी. 2.0 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर छिड़काव करें।
सरसों/राई में रोग-कीट प्रबंधन
- आरामक्खी/बालदार सूड़ी:
- मैलाथियान 50% ई.सी. 1.5 लीटर या क्यूनालफॉस 25% ई.सी. 1.25 लीटर प्रति हेक्टेयर।
- पत्ती सुरंगक (लीफ माइनर):
- जैविक नियंत्रण: नीम ऑयल 0.15% ई.सी. 2.5 लीटर प्रति हेक्टेयर।
- रासायनिक नियंत्रण: ऑक्सीडिमेटान मिथाइल 25% ई.सी. 1 लीटर प्रति हेक्टेयर।
- सफेद गेरूई:
- मैन्कोजेब 75% डब्ल्यू.पी. 2 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर।
चना/मटर/मसूर फसलों में समाधान
- सेमीलूपर कीट:
- 50-60 बर्ड पर्चर प्रति हेक्टेयर लगाएं।
- जैविक नियंत्रण: बीटी 1.0 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर।
- एस्कोकाईटा ब्लाइट:
- मैन्कोजेब 75% डब्ल्यू.पी. 2 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर।
आलू फसल में पछेती झुलसा रोग नियंत्रण
- आर्द्रता 80% से अधिक और तापमान 10-20 डिग्री सेंटीग्रेड होने पर सिंचाई बंद कर दें।
- मैन्कोजेब 75% डब्ल्यू.पी. 1.5-2.0 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर छिड़काव करें।
किसानों के लिए मोबाइल हेल्पलाइन
कृषि विभाग द्वारा फसलों में कीट और रोगों के त्वरित निदान हेतु दो मोबाइल नंबर जारी किए गए हैं:
- 9452247111
- 9452257111
किसान व्हाट्सएप या एसएमएस के माध्यम से अपनी समस्याएं भेज सकते हैं। इन समस्याओं का समाधान 48 घंटे के भीतर किया जाएगा।
Discover more from अमन यात्रा
Subscribe to get the latest posts sent to your email.