भगवान के दर्शन पाने के लिए पद और प्रतिष्ठा छोड़कर शरण में जाना होगा : जगद्गुरु राम स्वरूपाचार्य
कामदगिरि पीठाधीश्वर श्री राम स्वरूपाचार्य ने कहा कि भगवान के दर्शन प्राप्त करने के लिए जनसामान्य को अपना पद और अपनी पहचान एक ओर रखकर पहुंचना चाहिए।

- आशीर्वाद प्राप्त करने पहुंचे एम एल सी अरुण पाठक
- गजनेर कस्बे में आयोजित है श्रीराम कथा
सुशील त्रिवेदी, कानपुर देहात। कामदगिरि पीठाधीश्वर श्री राम स्वरूपाचार्य ने कहा कि भगवान के दर्शन प्राप्त करने के लिए जनसामान्य को अपना पद और अपनी पहचान एक ओर रखकर पहुंचना चाहिए।
श्री रामस्वरूपाचार्य कानपुर देहात जनपद मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर स्थित प्रमुख औद्योगिक कस्बे गजनेर में आयोजित श्रीराम कथा में उपस्थित भगवत्प्रेमियों के बीच अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।इस अवसर पर कानपुर उन्नाव खंड स्नातक क्षेत्र से विधायक अरुण पाठक अपने समर्थकों के साथ उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए मंच पर पहुंचे। नेहरू इंटर कॉलेज गजनेर के मैदान में आयोजित इस समारोह में भारी संख्या में लोग शामिल होकर राम कथा रसपान कर रहे हैं जिनमें नर नारी और बच्चे शामिल रहते हैं।उन्होंने माता सती का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए स्पष्ट किया कि उन्हें भगवान शंकर की धर्मपत्नी होने का अहंकार था ।

इस अवसर पर आयोजन के संयोजक सन्जू बाजपेई, पवन मिश्र,ब्रम्ह दत्त सिंह राजावत, भारतीय जनता पार्टी कानपुर देहात के पूर्व उपाध्यक्ष बाल जी शुक्ल, विधायक प्रतिनिधि महेश तिवारी,अशोक कुमार बाजपेई, श्याम तिवारी,शिवा गुप्ता,अतुल अग्रवाल, चन्दन यादव, व्यापार मंडल अध्यक्ष राम चन्द्र अग्रवाल आदि प्रमुख लोग उपस्थित हुए और कथा रसपान किया।
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