लखनऊ ,अमन यात्रा । भारतीय जनता पार्टी ने अगले साल उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले दूसरे दलों से आने वाले नेताओं को पार्टी में शामिल करने से पहले उनकी स्क्रीनिंग के लिए ज्वाइनिंग कमेटी का गठन किया है। भाजपा ने ज्वाइनिंग कमेटी का अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी को बनाया है और दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डा. दिनेश शर्मा के साथ-साथ पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह को इसका सदस्य नियुक्त किया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की ओर से ज्वाइनिंग कमेटी बनाए जाने की शुक्रवार को घोषणा की।
डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। वह वर्ष 2012 से लेकर 2014 तक उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष थे। इस दौरान पार्टी ने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में यूपी में 71 सीटें जीती थी। अब पार्टी ने इनकी वरिष्ठता और अनुभव को ध्यान में रखकर इनको अहम जिम्मेदारी सौंपी है। यही नहीं उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। ऐसे में ज्वाइनिंग कमेटी में उनके संगठनात्मक अनुभव का भी लाभ मिलेगा।
मालूम हो कि डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी वर्ष 2017 में मेरठ शहर सीट से विधान सभा चुनाव हार गए थे। इसके बाद से उनके पास कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी नहीं थी। उनको यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देकर ब्राह्मणों को भी साधने की कोशिश की गई है। डा लक्ष्मीकांत वाजपेयी आज भी अपनी सादगी के लिए जाने जाते हैं। चार बार विधायक रह चुके लक्ष्मीकांत बाजपेई मेरठ में स्कूटर से चलते हैं। दिसंबर 2012 में उन्हें भाजपा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। पिछले दिनों अचानक से जतिन प्रसाद को भाजपा में शामिल कराने के बाद पार्टी में उनकी पुरानी साख लौटने लगी। उनको वरिष्ठ नेताओं की बैठक में लखनऊ बुलाया भी गया था। भाजपा के प्रभारी राधा मोहन सिंह भी उनके घर पहुंच कर मुलाकात की थी।