भारतीय रेल भारत की जीवन रेखा कहलाती है मोदी जी ने इसे मजबूत बनाया हैं : देवेन्द्र सिंह भोले
भारतीय रेल देश की प्रगति का इंजन है और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के सशक्त एवं समृद्ध भारत के विज़न को साकार करते हुए, लॉजिस्टिक्स सेक्टर को नई मजबूती प्रदान करने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
- डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का किया गया लोकार्पण
- पंडित दीनदयाल उपाध्याय न्यू भाऊपुर जंक्शन पर संपन्न हुआ आयोजन
- नारी शक्ति बन्दन के तहत महिला कर्मियों ने चलाई रेल
सुशील त्रिवेदी, कानपुर देहात : भारतीय रेल देश की प्रगति का इंजन है और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के सशक्त एवं समृद्ध भारत के विज़न को साकार करते हुए, लॉजिस्टिक्स सेक्टर को नई मजबूती प्रदान करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। भारतीय रेल द्वारा देश में बनाए जा रहे पूर्वी और पश्चिमी डेटीकेटेड फ्रेट कोरिडोर देश के एक छोर से दूसरे छोर तक माल ढुलाई को सुगम बनाते हुए अर्थव्यवस्था के विकास में अपना अहम योगदान दे रहे हैं।
18 दिसंबर 2023 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पूर्वी डेटीकेटेड फ्रेट कोरिडोर का 402 किमी. लंबा न्यू दीन दया उपाध्याय जं.-न्यू भाऊपुर जं. खण्ड राष्ट्र को समर्पित किया जा रहा है, जो कि इस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कोरिडोर का एक महत्वपूर्ण भाग है। रू 10,903 करोड़ की लागत से निर्मित यह खण्ड दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग पर स्थित है, जो कि उत्तर प्रदेश के चंदौली, मिर्ज़ापुर, प्रयागराज, कौशाम्बी, फतेहपुर, कानपुर नगर एवं कानपुर देहात जनपदों से होकर गुजरता है। इस रेल खण्ड में कुल 12 स्टेशन हैं, जिनमें 06 जंक्शन स्टेशन एवं 06 क्रॉसिंग स्टेशन शामिल हैं। इनमें न्यू दीन दयाल उपाध्याय जं., न्यू अहरौरा रोड जं., न्यू डगमगपुर, न्यू मिर्जापुर, न्यू ऊँचीडीह, न्यू करछना जं., न्यू मनौरी, न्यू सुजातपुर, न्यू रसूलाबाद, न्यू मालवां, न्यू कानपुर जं. एवं न्यू भीमसेन जं. हैं।
यह रेल खण्ड झारखंड एवं पश्चिम बंगाल के इस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड, सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड, भारत कोकिंग कोल लिमिटेड एवं नार्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड जैसे प्रमुख कोयला क्षेत्रों को उत्तर भारत के बिजली संयंत्रों से जोड़ता है। इस कोरिडोर पर मालगाड़ियां 100 किमी. प्रति घंटे की अधिकतम गति से चलती हैं। विद्युत संयंत्रों तक कोयले की आपूर्ति तेजी से होने के फलस्वरूप लॉजिस्टिक लागत एवं समय में कमी आई है तथा आयरन एवं स्टील सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई में भी तेजी आई है। डी.एफ.सी. के इस खण्ड के शुरू होने से उत्तर प्रदेश तथा बिहार के कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, एम.एस.एम.ई. एवं हस्तशिल्प उद्योंगों को भी बढ़ावा मिला है। क्षेत्र में आर्थिक एवं व्यापारिक गतिविधियाँ बढ़ने से युवाओं को रोजगार के नये अवसर प्राप्त हुए हैं।
इस परियोजना के पूरा होने से दिल्ली-हावड़ा मेन लाइन पर रेल यातायात का दबाव कम हुआ है, साथ ही मालगाड़ियों के डी.एफ.सी. रूट पर शिफ्ट होने से इस रेल खण्ड पर ट्रेनों का तीव्र एवं सुगम संचालन हो रहा है, जिससे दिल्ली-हावड़ा मेन लाइन पर अतिरिक्त यात्री ट्रेन सेवाएं शुरू करने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। न्यू कानपुर जं. स्टेशन के निकट एवं मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक पार्क विकसित किया जाएगा, जो कि प्रदेश में माल के तीव्र परिवहन हेतु सुविधाएं उपलब्ध करायेगा तथा इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। सांसद देवेंद्र सिंह भोला द्वारा संस्कृत कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कार वितरित किए.
इस दौरान सांसद देवेंद्र सिंह भोले राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला हिमांशू बदौनी डीआरएम हिमांशु शुक्ला डीआरएम कमर्शियल डॉक्टर सतीश शुक्ला श्याम मोहन दुबे कन्हैया कुशवाहा विकास मिश्रा मीडिया प्रभारी संदीप चौहान रेलवे के अधिकारी मौजूद रहे। फ्रेट कॉरिडोर का उद्घाटन जब न्यू भावपुर स्टेशन पर किया गया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा जब उद्घाटन किया गया नारी शक्ति बंदन कार्यक्रम के अंतर्गत लोको पायलट निधि असिस्टेंट लोको पायलट रिचा गार्ड आरती वर्मा द्वारा ट्रेन का संचालन किया गया।