कथावाचक ने श्रोताओं को राजा अम्वरीश तथा कृष्ण जन्म की कथा सुनाई
मलासा विकासखंड के राय रामापुर गांव में बीते 23 मार्च से चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिवस में कथावाचक ने श्रोताओं को राजा अम्वरीश तथा कृष्ण जन्म की कथा सुनाई जिसे सुनकर श्रोता भावविभोर हो गए।

ब्रजेन्द्र तिवारी, पुखरायां। मलासा विकासखंड के राय रामापुर गांव में बीते 23 मार्च से चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिवस में कथावाचक ने श्रोताओं को राजा अम्वरीश तथा कृष्ण जन्म की कथा सुनाई जिसे सुनकर श्रोता भावविभोर हो गए। रविवार को विकासखंड के राय रामापुर में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन कथावाचक पंडित श्याम नारायण तिवारी ने कथा का वर्णन करते हुए कहा कि वासुदेव,देवकी मथुरावासियों को दुराचारी कंस के अत्याचारों से मुक्ति दिलाने के लिए भगवान ने कृष्ण जन्म लिया। भगवान श्रीकृष्ण का अवतार जीव को जीव से प्रेम करना सिखाता है।
कृष्ण ने कई लीलाओं के माध्यम से लोगों को संदेश दिए हैं इन लीलाओं का सार समझने वाला व्यक्ति जीवन में सुखी रहता है जीव को आत्मा की शांति के लिए प्रभु के शरण में जाने की इच्छा होती है लेकिन मनुष्य में व्याप्त तृष्णा,लोभ,पाप जैसी कई प्रवृत्तियां उसे प्रभु के शरण से दूर रखती हैं जीव तभी मुक्ति पा सकता है जब वो भागवत कथा का श्रवण करे।
व्यक्ति को तीन चीजें बड़ी दुर्लभता से प्राप्त होती हैं। देह,सत्संग,मोक्ष इसलिए जब भी हमें सत्संग या संतों के प्रवचन सुनने का अवसर मिले तो हमे उसका फायदा उठाना चाहिए।कथा को सुनकर श्रोता भावविभोर हो गए। कथा का समापन 30 मार्च को होगा इस अवसर पर हवन पूजन के पश्चात विशाल भंडारे का आयोजन भी किया जायेगा।इस मौके परीक्षित दयाराम पाल, रमाशंकर पाल,निर्देश पाल,रामगोपाल सविता,प्रमोद सविता,रामसजीवन पाल,श्रीवाबू पाल,सहित समस्त ग्रामवासी भी मौजूद रहे।
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