भोगनीपुर कस्बे के सराय गांव में श्रीमद्भागवत कथा के अवसर पर निकाली गई कलश यात्रा
भोगनीपुर कस्बे के सरायं गांव स्थित अनंत कृपा धाम मंदिर स्थल में रविवार को आयोजक मंडल द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ कलश यात्रा के साथ किया गया।
- भागवताचार्य ने बताया कथा का महत्त्व
ब्रजेंद्र तिवारी, पुखरायां। भोगनीपुर कस्बे के सरायं गांव स्थित अनंत कृपा धाम मंदिर स्थल में रविवार को आयोजक मंडल द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ कलश यात्रा के साथ किया गया।इस अवसर पर कथा के महत्त्व के विषय में बताया गया।
रविवार को कस्बे के सराय गांव स्थित अनंत कृपा धाम मंदिर स्थल में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के शुभारंभ के अवसर पर महिलाओं द्वारा गांव में भव्य कलश यात्रा निकाली गई।श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिन श्रद्धालुओं को कथा का अमृत पान कराते हुए भागवताचार्य पंडित कौशल किशोर शुक्ला ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण मात्र करने से ही मनुष्य के पापों का नाश हो जाता है।
दुनिया में भवसागर से पार उतरने का सबसे उत्तम साधन श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण करना है।उन्होंने कहा कि सबसे पहले महर्षि व्यास ने राजा परीक्षित को श्रीमद्भागवत कथा का अमृत मान कराया।जिससे राजा परीक्षित को मोक्ष की प्राप्त हुई।उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण करना बड़े भाग्य से मिलता है।कथा का समापन 20 जुलाई शनिवार को होगा।तत्पश्चात 21 जुलाई रविवार को कथा के समापन के अवसर पर हवन पूजन के पश्चात नगर पालिका पुखरायां बैंक्वेट हॉल में विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा।
इस मौके पर परीक्षित वी के मिश्रा प्रवक्ता श्री राम स्वरूप ग्राम उद्योग इंटर कालेज पुखरायां उनकी पत्नी विमलेश मिश्रा,प्रमोद कुमार मिश्रा,वर्तिका मिश्रा,विकास मिश्रा,सोनम मिश्रा,प्रशांत मिश्रा,राधा मिश्रा,हिमांशु मिश्रा,शुभ मिश्रा,शुभी मिश्रा,पर्व मिश्रा,श्रष्टि समेत बड़ी संख्या में ग्रामवासी व क्षेत्रवासी मौजूद रहे।