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महानिदेशक ने प्रधानाध्यापक सहित शिक्षकों को कराया कर्तव्यबोध, कहा ढिलाई बर्दाश्त नहीं होगी

महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने बीएसए के जरिए परिषदीय विद्यालयों के प्रधानाध्यापक सहित सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को दायित्व बोध कराने को पत्र भेजा है। इसमें न सिर्फ प्रार्थना सभा में सभी को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने को कहा गया है बल्कि प्रार्थना के बाद प्रतिदिन बच्चों सहित सभी शिक्षकों की सेल्फी बीईओ को उपलब्ध कराने को कहा है। साथ ही विद्यालय अवधि में स्कूल नहीं छोड़ सकेंगे और इस दौरान संगठनात्मक कार्यों के लिए स्वीकृति लेनी होगी

कानपुर देहात। महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने बीएसए के जरिए परिषदीय विद्यालयों के प्रधानाध्यापक सहित सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को दायित्व बोध कराने को पत्र भेजा है। इसमें न सिर्फ प्रार्थना सभा में सभी को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने को कहा गया है बल्कि प्रार्थना के बाद प्रतिदिन बच्चों सहित सभी शिक्षकों की सेल्फी बीईओ को उपलब्ध कराने को कहा है। साथ ही विद्यालय अवधि में स्कूल नहीं छोड़ सकेंगे और इस दौरान संगठनात्मक कार्यों के लिए स्वीकृति लेनी होगी। वहीं स्वयं की डायरी को नियमित रूप से भरना होगा। विभागीय उच्चाधिकारी ने गीष्मावकाश समाप्त होने के साथ ही यह पत्र जारी किया है जिसमें प्रधानाध्यापक सहित सभी शिक्षकों को विद्यालय संचालित होने से 15 मिनट पहले पहुंचने को निर्देशित किया गया है। प्रधानाध्यापक प्रार्थना होने के साथ ही मौजूद बच्चों सहित शिक्षकों की फोटो लेकर अपने बीईओ को भेजेंगे। साथ ही उपलब्ध कराए गए टैबलेट में सुरक्षित रखेंगे। शिक्षकों की उपलब्धता के आधार पर सभी को कक्षाएं व कालांश (पीरियड) आवंटित करने होंगे और भविष्य में शिक्षकों की संख्या बढ़ने घटने पर इसमें संशोधन भी करना होगा।

विद्यालयों में विभागीय कैलेंडर के आधार पर ही अवकाश होंगे। विद्यालयों के विभिन्न रजिस्टर (पंजिकाओं) को शिक्षकों के सहयोग से समय पर पूर्ण किया जाएगा। हरहाल में पाठ्यक्रम पूर्ण कराना होगा। इसके लिए शिक्षकों को स्वयं की डायरी अपटूडेट रखनी होगी। कक्षाओं का संचालन अलग अलग कक्षों में कराना होगा। कक्ष कम होने पर निर्माण संबंधी मांग बीईओ सहित बीएसए से करनी होगी। अध्यापन कार्य में प्रिंट रिच सामग्री, पोस्टर्स, चार्ट व गणितीय किट का उपयोग कराया जाएगा। साथ ही बच्चों की साहित्यिक व सांस्कृतिक क्षमता वृद्धि के लिए हर माह विद्यालयों में वाद-विवाद, कविता पाठ, भाषण, निबंध व कहानी लेखन, अंत्याक्षरी, समूह गान, देशभक्ति गान, मूक अभिनय व सम सामयिक विषयों पर चर्चा कराती रहनी होगी।प्रधानाध्यापक प्रत्येक माह साथी शिक्षकों के साथ बैठक कर विद्यालय की कार्ययोजना तैयार करते हुए ऊपर से प्राप्त निर्देशों पर अमल की रणनीति बनाएंगे। विलंब से विद्यालय पहुंचने वाले या उपस्थिति दर्ज करा गायब होने वाले शिक्षकों को नोटिस देते हुए प्रधानाध्यापक को बीईओ व बीएसए को इसकी जानकारी देनी होगी। शिक्षक स्वच्छता के प्रति बच्च्चों को जागरूक बनाते हुए संवैधानिक मूल्यों की जानकारी भी देंगे।

anas quraishi
Author: anas quraishi

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