गोरखपुर, अमन यात्रा ।  मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने नवरात्र की अष्टमी तिथि पर गोरखनाथ मंदिर के शक्तिपीठ में पूरे विधि-विधान से परंपरागत महानिशा पूजन किया। मंगल कामना के साथ उन्होंने पूजन के बाद सात्विक बलि और हवन का अनुष्ठान भी पूर्ण किया।

गोरखनाथ मंदिर के शक्तिपीठ में हुआ पूजा और हवन का अनुष्ठान

शक्तिपीठ में मां भगवती के आठवें स्वरूप महागौरी के पूजन की प्रक्रिया शाम चार बजे से ही शुरू हो गई। मुख्यमंत्री कालीबाड़ी के सुदृढ़ीकरण और सुंदरीकरण परियोजना का लोकार्पण करने के बाद शाम छह बजे से अनुष्ठान में शामिल हुए। महागौरी की पूजा के क्रम में मुख्यमंत्री ने गौरी-गणेश, वरुण, यंत्र, शस्त्र, भगवान राम-लक्ष्मण-सीता, अर्धनारीश्वर, द्वादश ज्योतिर्लिंग और नवग्रह की पूजा की। दुर्गा सप्तशती के पाठ के बाद महानिशा पूजन का अनुष्ठान सम्पन्न किया गया। इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने नारियल, गन्ना, केला, जायफल आदि की सात्विक बलि दी। वेदी पर उगाए गए जौ के पौधों को वैदिक मंत्रोच्चार के बीच योगी ने काटा। उसके बाद वेदी पर ब्रह्मा, विष्णु, रुद्र और अग्नि देवता का आह्वान कर हवन किया। आरती और क्षमा याचना के बाद प्रसाद वितरण के साथ बुधवार का नवरात्र अनुष्ठान सम्पन्न हुआ।