महिला घोषणा पत्र जारी करने के बाद दूसरी पार्टियों को सता रहा हार का डर : प्रियंका गांधी
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए एक बार फिर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मोर्चा संभाला है. इन चुनावों के लिए वो प्रदेश की महिलाओं को साधने की पूरजोर कोशिश कर रही हैं. इसके लिए उन्होंने महिला घोषणा पत्र भी जारी किया है.

रायबरेली,अमन यात्रा : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए एक बार फिर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मोर्चा संभाला है. इन चुनावों के लिए वो प्रदेश की महिलाओं को साधने की पूरजोर कोशिश कर रही हैं. इसके लिए उन्होंने महिला घोषणा पत्र भी जारी किया है. वहीं आज रायबरेली पहुंचकर शक्ति संवाद में उन्होंने कहा कि हमनें महिलाओं का घोषणा पत्र जारी करने की पहल की, तभी जाकर अब सब पार्टियां महिलाओं के लिए काम करने के बारे में सोच रही हैं.
‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’
इस दौरान उन्होंने कहा, “पार्टी ने जब से मुझे प्रभारी बनाया तब से मैं लोगों से मिल रही हूं. उन्नाव में जब लड़की का रेप हुआ उसे जलाया गया, तब मैं उसके घर गई थी. हाथरस में भी ऐसा ही हुआ. परिवार को उसका चेहरा भी नहीं देखने दिया गया. जहां भी मैं गई यही देखा कि, महिला पर अत्याचार हुआ है. जब मैं गिरफ्तार हुई तब मैं बहुत लड़ी, दो पुलिसकर्मी मुझसे भी बहुत लड़ी, लेकिन उन्हें देखकर मैंने उनसे बात की, तब पता चला कि उनका भी शोषण हो रहा, क्योंकि जितने घंटे वो काम करती हैं, उस हिसाब से वेतन नहीं दिया जाता. इसलिए मैं बस यही कहकर आपको समझा सकती हूं कि, ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’. तो आप सब को भी अपने अधिकार के लिए लड़ना होगा.”
महिलाओं पर हो रहा है अत्याचार – प्रियंका
प्रियंका गांधी ने अपने भाषण में आगे कहा, “ये सब देखकर ही मेरे मन में ये बात आई कि मुझे महिलाओं के लिए कुछ करना है, तभी हमनें महिला घोषणा पत्र बनाया. इसमें वो सभी कार्यक्रम बताएं गए है जो हम महिलाओं के लिए कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि परिवर्तन एकजुट होकर लाया जा सकता है. हम ये घोषणा पत्र लेकर आए तभी सब पार्टियां अब महिलाओं के बारे में सोचने लगी हैं, लेकिन ये वहीं नेता है जो चुनाव में की गई घोषणा को जीत के बाद भूल जाते हैं. ऐसे में अगर देश की महिलाएं एकजुट होकर आवाज उठाएं कि हमारे लिए काम करो तो देखिएगा देश की राजनीति जरूर बदलेगी.”
पीएम मोदी पर बोलीं प्रियंका
कांग्रेस महासचिव ने कहा, “अब पीएम भी पहली बार ऐसी सभा कर रहे हैं जिनमें सिर्फ महिलाएं शामिल होंगी. तो हमारी इस छोटी सी पहल से सब लोग जागरूक हो गए हैं. अब देश की महिलाओं को आगे बढ़ना होगा और उन्हें वोट देना होगा जो उनके लिए काम करें.” उन्होंने महिलाओं से कहा कि आपको भगवान ने अपने पैरों पर खड़े होने की शक्ति दी है तो सोच समझकर वोट दें. क्योंकि काम करने का मतलब शौचालय बना देना नहीं होता. आपको सशक्त करना होता है. आप सब ने बहुत सह लिया अब अपनी शक्ति को पहचानो और सभी को समझाओ की अब आप चुप नहीं रहेंगी और इस लड़ाई में कांग्रेस पूरी तरह आपके साथ है.
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