औरैया। यह कोई फिल्मी घटना नहीं यथार्थ है, जब जनपद सृजन के बाद किसी जिला अधिकारी ने जाति-पांत छोड़कर दरिया दिल दिखाया हो। यह घटना औरैया जिले के डीएम इंद्रमणि त्रिपाठी से जुड़ी है, जो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब चर्चा का विषय बनी हुई है। एक मार्मिक कहानी वायरल हो रही है, जिसमें एक मजदूर डीएम कार्यालय में अपनी समस्या लेकर पहुंचे थे। डीएम ने उनसे पूछा कि वे कहां से आए हैं, तो उस व्यक्ति ने एक दूरस्थ गांव का नाम बताया। डीएम त्रिपाठी को यह सुनकर चिंता हुई और उन्होंने किराए और खाने के बारे में पूछताछ की।
मजदूर ने बताया कि वह अपने साथ परांठे बांध कर लायें हैं। तब डीएम ने उनसे कहा, “खिलाओगे तो तुम्हारा काम करूंगा।” इस पर मजदूर, जो गरीब था, आश्चर्यचकित होकर बोला, “साहब, मैं आपको कैसे खिला सकता हूं?” लेकिन डीएम साहब ने मुस्कुराते हुए कहा कि अगर वह उसे नहीं खिलाएगा तो उसका काम नहीं करेंगे। मजदूर ने झोले से परांठे निकाले और दिखाए, लेकिन किसी ने यह सोचा भी नहीं था कि डीएम सच में खाएंगे। डीएम श्री त्रिपाठी ने तुरंत एक पराठा लिया और सबके सामने खा लिया।
वहां बैठे लोग इस दृश्य से हैरान थे, और वह मजदूर अपनी समस्या के समाधान से ज्यादा इस बात से खुश था कि डीएम साहब ने उसके घर का परांठा खाया। यह देखकर गरीब मजदूर की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। यह घटना सोशल मीडिया पर बहुत ही तेजी से प्रसारित हो रही है। जिससे जिले के लोगों में जातीय बंधन से उठकर जिला अधिकारी के प्रति निष्ठा का भाव जागृत हुआ है।