मिर्च मसाला
थोड़ा- थोड़ा पैसा मिलता रहे मिर्च, मसाला घर का चलता रहे पूरी होती रहे हर जरुरत जिन्दगी लगती रहे खूबसूरत हर कोई हंसता, खिलता रहे. थोडा - पोड़ा पैसा मिलता रहे मिर्च मसाला
थोड़ा- थोड़ा पैसा मिलता रहे मिर्च, मसाला घर का चलता रहे पूरी होती रहे हर जरुरत जिन्दगी लगती रहे खूबसूरत
हर कोई हंसता, खिलता रहे. थोडा – पोड़ा पैसा मिलता रहे
मिर्च मसाला ———————-
पैसे से हैं सारी खुशियों इसी से है अच्छी बुरी दुनिया काम सभी का चलता रहे थोड़ा -थोड़ा पैसा मिलता रहे
मिर्च, मसाला———————
जिन्दगी कटे आराम से हम जानें जायें अपने नाम से
कोई जले तो चलता रहे थोड़ा- थोड़ा पैसा मिलता रहे
मिर्च, मसाला———–
सभी की जिन्दगी आराम से चले सभी को खाने के लिये
दाल रोटी मिले पेट सभी का पलता रहे थोड़ा – थोड़ा पैसा मिलता रहे
मिर्च मसाला————-
पैसे के लिये बनते हैं मन्त्री विधायक पैसे के लिये बनते हैं नायक, खलनायक जमाना बदले तो बदलता रहे थोड़ा – थोड़ा पैसा मिलता रहे.
मिर्च मसाला घर का चलता रहे.
लेखक – अनिल कुमार दोहरे